- जूता उत्पादन की संभावनाओं के लिए उद्यमियों ने किया जिला कारागार का अवलोकन।
- जिला कारागार में बंदियों से जॉब-वर्क पर कराएंगे कार्य।
- कार्य मिलने से बंदियों के जीवन स्तर में होगा सकारात्मकता का विकास।
- 26 कैदी कार्य कर रहे हैं जूता उद्योग में ।
- लगभग 100 बंदी ऐसे हैं जो जूता निर्माण में हैं निपुण तथा कार्य करने को नहीं इच्छुक।
- 150 जोड़ी जूते का निर्माण एवं 400 जोड़ी अपर का कार्य हो सकता है प्रतिदिन।
दिनांक 6 सितम्बर 2024 को प्रातः 10.30 बजे चैम्बर उपाध्यक्ष अम्बा प्रसाद गर्ग,