- चमड़ा एवं शू कम्पोनेंट्स औद्योगिक विकास प्रकोष्ठ की बैठक।
- एसपी जेल, हरिओम शर्मा एवं जेलर ब्रिज किशोर गौतम रहे उपस्थित।
- जिला कारागार में निरुद्ध जूता कारीगरों से उद्यमी बनवायेंगे जूता।
- जूता उत्पादन की संभावनाओं हेतु जिला कारागार का उद्यमी करेंगे शीघ्र दौरा।
- जूता पर जीएसटी दर घटाकर की जाये अधिकतम 5 प्रतिषत
दिनांक 05 सितम्बर, 2024 को सायं 5 बजे न्यू मार्केट स्थित चैम्बर भवन में जूता उद्योग के उद्यमियों की एक बैठक उपाध्यक्ष अम्बा प्रसाद गर्ग की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में एस. पी. जेल हरी ओम शर्मा उपस्थित रहे तथा अतिथि बृज किशोर गौतम, जेलर बैठक में उपस्थित थे। जूता उद्योग के बढ़ावा पर चर्चा हुई जिसमें उद्यमियों ने सरकार से मांग की कि जूता उद्योग पर अधिकतम 5 प्रतिषत जीएसटी होनी चाहिए। पूर्व में 300 रुपये तक का जूता कर मुक्त था और 1000 रुपये तक की कीमत के जूते पर जीएसटी 5 प्रतिशत थी। वर्तमान में जूते पर 12 प्रतिशत जीएसटी है। जूता मूलभूत आवश्यकता की वस्तु है जिसे गरीब व अमीर सभी प्रकार के व्यक्ति प्रयोग करते हैं। अतः जूता पर 12 प्रतिशत जीएसटी न्यायसंगत नहीं है। इसे घटाकर 5 प्रतिशत किया जाये।
एस. पी. जेल, हरी ओम शर्मा ने जूता व्यवसायियों से कहा कि जिला जेल में लगभग 150 ऐसे कैदी निरूद्ध हैं जो जूता उद्योग में कारीगर थे। यदि उनके द्वारा जूता बनवाया जाये तो उनकी आजीविका को प्रोत्साहन मिलेगा। इस पर जूता उद्यमियों ने अपनी राय प्रकट की और कहा कि वे षीघ्र नेषनल चैम्बर के पदाधिकारियों के साथ जिला जेल का दौरा करेंगे और जेल में निरूद्ध जूता कारीगरों को जूता बनाने के लिए सहमत करेंगे। ताकि उनकी आजीविका को बढ़ावा मिले
बैठक में उपाध्यक्ष अम्बा प्रसाद गर्ग, कोशाध्यक्ष नितेष अग्रवाल, षू कम्पोनेंट्स प्रकोश्ठ चेयरमैन चन्दर मोहन सचदेवा, एस. पी. जेल हरिओम शर्मा, जेलर बृज किशोर गौतम, सदस्य चन्द्र मोहन सचदेवा, संजय गोयल, अनूप मित्तल, नारायन बहरानी, अतुल बंसल, चन्द्र दौलतानी, राजेन्द्र मगन, रोहित ग्रोवर, समीर ढींगरा, संजय अरोरा आदि मुख्य रूप से सम्मिलित थे।