1. 15 दिन के अंदर अनापत्ति प्रमाण पत्र देने की है समय सीमा।
2. शीघ्र लांच होने जा रहा है निवेष मित्र पोर्टल-2
3. निवेष मित्र पोर्टल-2 सीधा कनेक्ट होगा मुख्यमंत्री कार्यालय से।
4. निवेष मित्र पोर्टल-2 पर अपलोड एनओसी की फाइल की मॉनिटरिंग करे सकेंगे
5. प्रत्येक माह में विभाग करायेगा फायर जागरूकता कार्यक्रम।
6. इंडस्ट्रियल क्षेत्र को विभाग द्वारा षीघ्र उपलब्ध करायेगा 18000 ली0 के फायर वाटर टैंक।
7. एनओसी हेतु भूस्वामी अपलोड कर सकता है बुनियादी मानचित्र।
8. अग्निकांड होने के बाद फायर की रिपोर्ट की है ऑनलाइन सुविधा।
9. ईदगाह फायर स्टेषन नं0 9454418449 पर कर सकते हैं आपातकालीन फोन।
चैम्बर अध्यक्ष संजय गोयल की अध्यक्षता में फायर विभाग समन्वय प्रकोश्ठ के चेयरमैन नीरज अग्रवाल द्वारा उपनिदेषक एवं मुख्य अग्निषमन अधिकारी लखनऊ श्री अनिमेश सिंह, मुख्य अग्निषमन अधिकारी लखनऊ विष्वरूप बनेर्जी के साथ बैठक का आयोजन होटल होली डे-इन में किया गया। बैठक का संचालन पूर्व अध्यक्ष सीताराम अग्रवाल द्वारा किया गया। फायर विभाग समन्वय प्रकोश्ठ के चेयरमैन नीरज अग्रवाल द्वारा मुख्य अग्निषमन अधिकारी लखनऊ श्री अनिमेश सिंह को 10 सूत्रीय प्रतिवेदन दिया गया (प्रति संलग्न)। उपनिदेषक एवं मुख्य अग्निषमन अधिकारी लखनऊ श्री अनिमेश सिंह द्वारा बताया गया कि विभाग द्वारा 15 दिन के अंदर अनापत्ति प्रमाण पत्र देना अनिवार्य है विभाग द्वारा एनओसी हेतु यदि मानक पूरे नहीं होते हैं एक बार ऑबजेक्षन लगाया जाता है बार-बार ऑबजेक्षन लगाकर उद्यमी एवं व्यपारी का उत्पीडन नहीं किया जाता है। विभागीय स्तर पर एनओसी 15 दिन से अधिक समय तक लम्बित नहीं रख सकते हैं। एनओसी लम्बित रहने पर उ0प्र0 षासन द्वारा सम्बन्धित अधिकारी से पूछताछ की जाती है।
मुख्य अग्निषमन अधिकारी लखनऊ विष्वरूप बनेर्जी उ0प्र0 षासन द्वारा उद्यमी एवं व्यापारी हित के लिये षीघ्र ही निवेष मित्र पोर्टल-2 प्रारम्भ होने जा रहा है जिसमें षासन द्वारा और अधिक पारदर्षिता नीति को अपनाते हुए एनओसी की फाइल अपलोड होने पर किस-किस स्तर/अधिकारी पर फाइल चल रही है इसकी मॉनीटरिंग उद्यमी इस पोर्टल के माध्यम से कर सकते हैं। यह पोटर्ल सीधा मुख्यमंत्री से जुडा रहेगा। विभाग द्वारा विडियो क्रॉफेंसिंग के माध्यम से उद्यमियों को जागरूक करायेगा। सरकार की मंषा है कि हर क्षेत्र एमएसएमई का विकास होने से देष की जीडीपी में बढ़ोतरी होती है। फायर फाइटर सिस्टम आपकी सुरक्षा के लिये है।
चीफ फायर अधिकारी आगरा श्री देवेन्द कुमार सिंह द्वारा बताया गया फायर की एनओसी के लिये प्रमाणित मानचित्र की आवष्यकता नहीं है भूस्वामी के पास जो नक्ष है वह अपलोड कर सकता है। इसके लिये सरकार द्वारा प्रमाणित मनचित्र की आवष्यकता नहीं है। आग लगने की सूचना देने वाले व्यक्ति पर किसी भी प्रकार की कानूनी कार्यवाही नहीं की जाती है। भवन खेतीवाडी में आग लगने पर विभाग द्वारा किसी भी प्रकार का षुल्क नहीं लिया जाता है केवल कॉमर्षियल परिसर में आग लगने के पष्चात बैंक में टेªजरी के माध्यम से सरकार द्वारा निर्धारित षुल्क लिया जाता है। फायर की रिपोर्ट ऑनलाइन की जाती है।
उपनिदेषक एवं मुख्य अग्निषमन अधिकारी लखनऊ श्री अनिमेश सिंह द्वारा बताया गया कि विभाग द्वारा षीघ्र ही औद्योगिक क्षेत्रों के लिये 18000 ली0 के 02 फायर टैंक मुहैया कराये जायेंगे। किसी भी फायर इमरजेन्सी होने पर ईदगाह कन्ट्रोल रूम नं0 9454418449 पर कॉल कर सकते हैं। विभाग द्वारा सभी विभागों से समन्वय किया जाता है। किसी भी जनपद से अतिरिक्त वाटर टैंक मांगने पर कोई भी विभागीय औपचारिकता नहीं होती है। विभाग द्वारा अंडर मॉर्डन कॉन्ट्रोल रूम स्थापित किया गया है जिसमें फायर वाटर टैंक को टेªस किया जा सकता है।
फायर अधिकारी श्री संजीव सिंह व सोमदत्त सोनकर ने कहा कि औद्योगिक क्षेत्रों के पार्कों में बोरिंग का सुझाव की सरहाना करते हुए कहा गया कि षीघ्र ही इस पर सकारात्मक कार्यवाही की जायेगी।
बैठक में चैम्बर अध्यक्ष संजय गोयल, उपाध्यक्ष द्वय संजय कुमार गोयल, विवेक जैन, कोशाध्यक्ष संजय अग्रवाल, फायर विभाग समन्वय प्रकोश्ठ के चेयरमैन नीरज अग्रवाल, पूर्व अध्यक्ष सीताराम अग्रवाल, राजकुमार अग्रवाल, अमर मित्तल सदस्य राजीव गुप्ता, मनीश अग्रवाल, अतुल कुमार गर्ग, रूपकिषोर अगव्राल, दुश्यंत गर्ग, अम्बा प्रसाद गर्ग, सुरेष चंद बंसल, सचिन गुप्ता, संजय अरोरा, नीरज गुप्ता, रवि वर्मा, राहुल राना, हरिओम अग्रवाल, प्रदीप गर्ग, मोहित महाजन, गोपाल प्रसाद खंडेलवाल, विवेक, सतीष अग्रवाल, राजेष अग्रवाल, अभिशेक कुमार दूबे, राजेन्द्र कुमार अग्रवाल, गिरीष गोयल, राजेन्द्र गर्ग, रविषंकर अग्रवाल, षेलेश अग्रवाल, सौरभ कुमार, अनुज विकल, अखिल मोहन मितल, केषव दत गुप्ता आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।