- जीएसटी डाटा माईगेशन में पासवर्ड की अन्तिम तिथि के बढने की है संभावना ।
- पासवर्ड न मिलने पर व्यापार में नहीं आएगी कोई रूकावट।
- पासवर्ड न मिलने की स्थिति में पुराने वैट रजि0 से होगा व्यापार।
- पुराने वैट रजि0 के आधार पर स्वतः ही हो जाएगा अस्थायी जीएसटी रजि0।
- स्टाॅक पर एक्साईज इनपुट पर क्रेडिट मिलेगा किन्तु उसे इन्वाॅईज पर कन्ज्युमर को छूट के रूप में दर्शाना होगा।
- स्टाॅक डिक्लेयरेशन की सीमा 60 से बढ़ाकर की है 90 दिन।
- चैम्बर में बैठक होगी शीघ्र।
- उद्यमी/व्यापारी अपनी समस्याओं को चैम्बर के माध्यम से भेजे अग्रिम रूप से।
दिनांक 14/06/2017 को श्री पी.के. सिंह एडिशनल कमिश्नर ग्रेड-1 वाणिज्य कर, आगरा के साथ चेैम्बर अध्यक्ष नरिन्दर सिंह जी की अध्यक्षता में जयपुर हाउस स्थित वाणिज्य कर भवन में आयोजित की गई। वाणिज्य कर विभाग के एडिशनल कमिश्नर महोदय ने अवगत कराया कि जिन व्यापारियों को पासवर्ड नहीं मिला है उन्हें घबराने की आवश्यकता नहीं है। पासवर्ड प्राप्त करने की अन्तिम तिथि बढ़ने की संभावना है। ऐसे व्यापारियों का व्यापार रूकेगा नहीं। वे अपना व्यापार अपने वैट पंजीकरण संख्या से कर सकेंगे। वैट पंजीकरण संख्या से उन्हें स्वतः ही जीएसटी सं0 अस्थायी रूप से प्राप्त हो जाएगी। पासवर्ड जनरैट की प्रक्रिया लखनऊ स्तर से हैं। इसमें वाणिज्य कर विभाग, आगरा कुछ नहीं कर सकता है। जीएसटी प्रक्रिया एक सरल एवं व्यापारियों के अनुकूल प्रक्रिया है। इससे घबराने की आवश्यकता नहीं है। नाॅन एक्साईजेबल वस्तुओं पर एक्साइज का 40 प्रतिशत स्टाॅक पर मुजरा व्यापारी को मिलेगा जिसको उसे अपनी इनवाॅईज में छूट रूप में कन्ज्युमर को दर्शाना होगा। स्टाॅक डिक्लेरेशन की सीमा 60 दिन से बढ़ाकर 90 दिन कर दी गई है। उपायुक्त महोदय ने शीघ्र ही चैम्बर में विभाग के अधिकारियों के साथ एक बैठक आयोजित करने का आश्वासन दिया है। उन्होंने उद्यमियों/व्यापारियों से अपेक्षा की है कि वे अपनी समस्याऐं चैम्बर के माध्यम से हमें शीघ्रताशीघ्र भेजें। जिससे कि उनके समाधान पर अग्रिम कार्यवाही की जा सके।