भारत स्वच्छ अभियान में 6 नगरों को माॅडल ष्षहर के रूप में चुना है जिसमें आगरा, मथुरा, अयोध्या, बनारस है मुख्य।
मैंने चुना है आगरा को।
- कार्य करने की तीन प्रणाली – एक्जीक्यूटिव, जूडिषियरी एवं सिविल सोसायटी।
- सिविल सिटीजन फोरम बनाकर की जाये प्रभावी कार्यवाही – बाबा हरदेव सिंह।
- महानगर विकास की योजना में सिटीजन फोरम का हो इनवाॅलमेंट।
- मौलिक अधिकार के साथ समझें मौलिक कर्तव्य को भी।
- स्वच्छता अभियान के तीन सिस्टम।
- जागरूकता
- जन सामान्य में उत्पन्न करें जागरूकता।
- अपना घर, दुकान, प्रतिष्ठान को रखें स्वच्छ।
- प्रत्येक घर दुकान, प्रतिष्ठान के सामने रखें डस्टबिन।
- कूडे-कचरे को डस्टबिन में ही डालें।
- कूडे का डिस्पोजल।
- नगर निगम करेगा कूडे का डिस्पोजल
- खुले में षौच पर प्रतिबंध।
- बाजार एवं जन स्थलों में उचित स्थानों पर बनाये जायें मूत्रालय।
- क्षेत्र के नागरिकों को दी जाये रख-रखाब की जिम्मेदारी।
- वाटर वक्र्स चैराहे पर बनेगा षौचालय।
- रेलवे स्टेषनों/बस स्टैंडों पर षौचालय किये जायेंगे निःषुल्क।
- काॅलोनियों में अबैध गेट निर्माण से बढावा मिलता है अस्वच्छता को – चैम्बर।
- कार्य करने की हो इच्छा षक्ति – इंडिया राईजिंग।
महोदय,
चैम्बर के पूर्व अध्यक्ष एवं नागरिक सुविधा व षहरी विकास प्रकोष्ठ के चेयरमैन योगेन्द्र कुमार सिंघल की अध्यक्षता में जीवनी मंडी स्थित नेषनल चैम्बर के सभागार में बाबा हरदेव सिंह (पूर्व एडीएम सिटी, आगरा) जो भारत सरकार द्वारा चलायी जा रही भारत स्वच्छ अभियान में उ0प्र0 के प्रादेषिक संयोजक के रूप में कार्य कर रहे हैं द्वारा स्वच्छ अभियान की कार्यवाही पर संबोधित किया गया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि भारत स्वच्छ अभियान के अंतर्गत उनके द्वारा 6 षहरों को माॅडल ष्षहर के रूप में चयनित किया गया है जिसमें आगरा, मथुरा, अयोध्या, बनारस सम्मिलित हैं। किसी कार्य को करने के तीन सिस्टम होते हैं (1) एक्जीक्यूटिव, (2) जूडिषयरी (3) सिविल सोसायटी। भारत स्वच्छ अभियान में भारत सरकार द्वारा जन सामान्य के लिये चलाया जा रहा है। इसलिये इस अभियान में सबसे अधिक प्रभावी कार्यवाही जन सामान्य की होगी। इस हेतु सिटीजन फोरम का निर्माण किया जाये और सिटीजन फोरम इतना मजबूत होना चाहिये कि वह कार्य करवाने के लिये सक्षम हो। क्योंकि हमारे देष में आजादी से पूर्व नौकरषाही चलती थी। अतः अधिकारियों में वही मानसिकता अभी भी कहीं न कहीं विद्यमान रहती है जबकि आजादी के बाद अधिकारी नौकरषाह न रह करके जनसेवक के रूप में नियुक्ति किये गये हैं। अतः सिटीजन फोरम यदि मजूबत होगा तो उसके द्वारा सरकार की योजनाएं अधिक सफल हो सकेंगी। क्योंकि वह कार्य करने में सक्षम सिद्ध होगा। महानगर विकास की योजना में सिटीजन फोरम का भी इनवाॅलमेंट होना चाहिये तभी वह योजना सफल होगी क्योंकि कार्य का सफल निष्पादन कैसे किया जा सकता है वह वहां की जनता ही बता सकती है। बाबा हरदेव सिंह ने अपने उद्बोधन में इस बात पर भी जोर दिया कि हम लोगों को अपने मौलिक अधिकारों के साथ-मौलिक कर्तव्यों का भी बोध होना चाहिये। स्वच्छता अभियान को तीन चरणों में सफल बनाया जा सकता है। पहले चरण में जनसामान्य मंे जागरूकता उत्पन्न करने की आवष्यकता है वे अस्वच्छता के प्रति बहुत ही सजग रहने चाहिये। इस हेतु मोहल्ले, बस्तियों, काॅलोनियों, बाजारों में प्रत्येक घर, दुकान एवं प्रतिष्ठान के समक्ष कूडेदान स्थापित करें और यह सतर्कता बरतें कि यह कूडा-करकट कूडेदान में ही डाला जाये। दूसरा चरण उस कूडे के डिस्पोजल का है यह कार्य नगर निगम का है। नगर निगम स्वतः ही कूडेदान से कूडे को कलैक्ट करेगा। यदि इसमें नगर निगम लापरवाही करता है तो सिटीजन फोरम अपनी प्राभवी कार्यवाही से इस कार्य को भी पूर्ण करायेगा। तीसरे चरण जो अति महत्वपूर्ण है कि खुले में षौच न हो। इस हेतु बाजारों, जनस्थलों पर उचित स्थानों पर षौचालय एवं मूत्रालय स्थापित किये जायें जिनके रख-रखाब की जिम्मेदारी वहां क्षेत्र के व्यक्तियों को ही दी जाये तभी यह योजना सफल हो सकती है। इसी परिप्रेक्ष्य में पूर्व अध्यक्ष सीताराम अगवाल द्वारा सुझाव प्रेषित किया गया कि वाटर वक्र्स चैराहा आगरा का मुख्य चैराहा है जहां से प्रतिदिन हजारों यात्रियों का आवागमन होता है उस चैराहे पर एक षौचालय बनाने की षीघ्र आवष्यकता है। बाबा हरदेव सिंह जी ने इस सुझाव को षीघ्र स्वीकृति प्रदान करते हुए अपने प्रतिनिधि को नोट कराया और आगे जानकारी दी कि वर्तमान में रेलवे स्टेषनों व बस स्टैंडों पर सुलभ षौचालय संचालित हैंे जिनमें यात्री व्यय भार के कारण उपयोग करने से कतराते हैं और स्टेषनों पर उतरने वाले यात्री गाडी ठहरने से पूर्व गाडी में ही षौच के लिये जाते हैं तथा गाड़ी से यात्रा करने वाले यात्री गाड़ी में बैठने पर षीघ्र ही षौच करने जाते हैं। हमनें रेलवे को सुझाव दिया है कि सुलभ षौचालय को निःषुल्क किया जाये जिससे स्टेषनों पर अस्वच्छता पर प्रतिबंध लगे। बाबा हरदेव सिंह ने पुनः इस बात पर जोर दिया कि सभी गली, मौहल्लों व बस्तियों में जागरूक व्यक्ति टीम बनायें तथा टीम बनाने की विधि में भी विस्तार में प्रकाष डाला। विभागीय कार्यवाही की प्रणाली पर बोलते हुए चैम्बर के सदस्यों ने कहा कि काॅलोनियों में अवैध गेटों का निर्माण किया जा रहा है जिससे आम मार्गों में कमी आ रही है और गेट बंद रहने के कारण कूडे-करकट का डिस्पोजल भी समय से नहीं होता है और स्वच्छता को बढावा मिल रहा है। इस संबंध में चैम्बर ने नगर निगम व अन्य संबन्धित अधिकारियों को सर्तक करने का भरपूर प्रयास किया है लेकिन कोई भी प्रभावी कार्यवाही नहीं हो रही है। इंडिया राईजिंग के डा0 आनंद राय ने बोलते हुए कहा कि बाबा हरदेव सिंह जी ने भारत स्वच्छ अभियान के संबंध में जो प्रकाष डाला है सराहनीय है। इसका उदाहरण मैं अपनी संस्था इंडिया राईजिंग से दे सकता हूँ। आज इंडिया राईजिंग में 370 लोग सम्मिलित हैं जो प्रत्येक रविवार को कार्य करने के लिये सड़कों पर दिखाई देते हैं। यदि मनुष्य में इच्छा षक्ति हो तो हमारे कार्य आसानी से सफल हो जाते हैं। स्वच्छ अभियान को मल्टी फेसिस में चलाया जा सकता है।
बैठक में धन्यवाद ज्ञापन पूर्व अध्यक्ष सीताराम अग्रवाल द्वारा किया गया और कहा कि बाबा हरदेव सिंह द्वारा जो उत्साहवर्धक उद्बोधन किया गया है वह अवष्य ही सकारात्मक परिणाम लेकर आयेगा और भारत स्वच्छ अभियान योजना हम सब के हित में सफल हो ऐसी कामना करते हैं।
उपाध्यक्ष राजेष अग्रवाल, कोषाध्यक्ष राजीव अगव्राल, पूर्व अध्यक्ष योगेन्द्र कुमार सिंघल, सीताराम अग्रवाल, सुषील बंसल, केसी जैन, अनिल अग्रवाल (फे्रंडर्स), श्रीकिषन गोयल, राजेन्द्र गर्ग, संजय गोयल, इंडिया राईजिंग के डा0 आनंद राय, भारत स्वच्छ अभियान से ष्षैलेन्द्र नरवार, नीरज परमार, रनसिंह सिकरवार, नरेन्द्र सिंह उपस्थित थे।