चैम्बर एक्जीक्यूटिव ऑफीसर टी. आर. सिंह की 26 दिसम्बर, 2024 को सड़क दुर्घटना में मृत्यु

  • चैम्बर के एग्जीक्यूटिव ऑफिसर टी. आर. सिंह के आकस्मिक निधन से चैम्बर कार्यालय में शोक की लहर।
  • टी. आर. सिंह चैम्बर कार्यालय के एग्जीक्यूटिव आफिसर ही नहीं चैम्बर कार्यालय के स्तम्भ – चैम्बर पदाधिकारी।
  • इस हृदय विदारक घटना को जिसने भी सुना रह गये स्तब्ध।
  • चैम्बर के समस्त पदाधिकारी, पूर्व अध्यक्ष एवं सदस्यों में षोक की लहर।
  • चैम्बर कार्यालय को अपूरणीय क्षति, चैम्बर सदस्यों एवं स्टाफ कार्यालय में शोक की लहर।
दिनांक 28 दिसम्बर, 2024 को नेशनल चैम्बर के एग्जीक्यूटिव ऑफिसर टी. आर. सिंह की 26 दिसम्बर, 2024 को एक सड़क दुर्घटना में निधन की खबर प्रातः सभी पदाधिकारियों एवं चैम्बर के सदस्यों में फैल गई। नेषनल चैम्बर भवन में आज षाम 5 बजे षोक सभा आयोजित की गई। टी. आर. सिंह चैम्बर कार्यालय के एक्जीक्यूटिव आफीसर के रूप में कार्यरत थे।
षोक सभा में चैम्बर अध्यक्ष अतुल कुमार गुप्ता ने कहा कि 26 दिसम्बर, 2024 को रात करीब 11 बजे जैसे ही यह हृदय विदारक घटना सुनी तो विश्वास ही नहीं हो रहा था कि ऐसा अचानक कैसे हो सकता है। उनके पास बोलने के लिए शब्द नहीं थे। टी. आर. सिंह हम सबके बड़े प्रिय थे, स्वभाव के हंसमुख थे, मिलनसार के साथ-साथ अपने काम में कर्मठ और निश्ठावान थे। आज हमारे बीच नहीं रहे अत्यन्त दुख की बात है। उन्होंने अपने कार्यकाल में कभी भी किसी भी पदाधिकारी, पूर्व अध्यक्ष एवं सदस्य को किसी काम की मना नहीं की बल्कि असम्भव कार्य को टी. आर. सिंह बहुत ही सरलता और आसानी से कर देते थे। उनकी कार्य शैली ऐसी थी कि कल करे सो आज कर, आज करे सो अब।
शोक सभा में उपाध्यक्ष मनोज कुमार गुप्ता, उपाध्यक्ष अम्बा प्रसाद गर्ग एवं पूर्व अध्यक्ष सीताराम अग्रवाल, महेन्द्र कुमार सिंघल एवं शलभ शर्मा ने टी. आर. सिंह के प्रति अपनी षोक संवेदनाएं व्यक्त की और बताया कि ऐसे कर्मठ और मेहनती एक्जीक्यूटिव आफीसर के जाने से चैम्बर कार्यालय को एक बहुत बड़ी क्षति हुई है। वह चैम्बर कार्यालय के कार्यकर्ता ही नहीं कार्यालय के स्तम्भ थे।
चैम्बर के अन्य सदस्यों द्वारा भी टी. आर. सिंह की आकस्मिक निधन पर भारी शोक व्यक्त करते हुए बताया गया कि टी. आर. सिंह जैसे व्यक्ति की कमी को पूर्ण करना इस चैम्बर के लिए असंभव है। टी. आर. सिंह एक एग्जीक्यूटिव आफिसर ही होने के साथ चैम्बर के आने वाले पदाधिकारियों के सलाहकार भी थे, उनके मार्गदर्शक भी थे, उनके द्वारा पदाधिकारियों को कार्य निर्वाहन में भी सहयोग मिलता था। इस अपूर्णनीय क्षति की पूर्ति होना असम्भव है।
शोक सभा में अध्यक्ष अतुल कुमार गुप्ता, उपाध्यक्ष मनोज कुमार गुप्ता, उपाध्यक्ष अम्बा प्रसाद गर्ग, पूर्व अध्यक्षों में सीताराम अग्रवाल, महेन्द्र कुमार सिंघल, शलभ शर्मा, सदस्यों में अनिल अग्रवाल, योगेष जिन्दल, मयंक मित्तल, सचिन सारस्वत, संजय गोयल, राजेन्द्र गर्ग, गिरीष चन्द गोयल, विनय मित्तल, मनोज बंसल, अशोक गोयल, गोपाल खंडेलवाल, अंशुल कौशल, विवेक जैन, अतुल गोयल आदि मुख्य रुप से उपस्थित थे।