- चैम्बर के प्रतिनिधि मंडल ने भेंट की जीएसटी एडिषनल कमिनर ग्रेड-1 व ग्रेड-2।
- व्यापारियों के लिए दीपावली वर्षभर का सबसे बड़ा त्यौहार – न किया जाये उत्पीड़न।
- चैम्बर ने की मांग – इस अवसर पर न कराये जाएँ सर्वे।
- छोटी व लिपकीय त्रुटियों पर सचल दल रास्ते में न पकड़े माल।
- वैट के समय के निकले गए बकाया की कार्यवाही न की जाये, जब तक न हो जाये उसका सत्यापन।
दिनांक 18 अक्टूबर, 2024 को अपरान्ह 12.30 बजे चैम्बर अध्यक्ष अतुल कुमार गुप्ता की अध्यक्षता में चैम्बर का एक प्रतिनिधि मंडल वाणिज्य कर विभाग के एडिशनल कमिश्नर ग्रेड 1 मारुति सरन चैबे एवं ग्रेड-2 (एसआईबी) सरबजीत से उनके कार्यालय में भेंट की।
जीएसटी प्रकोष्ठ के चेयरमैन अमर मित्तल एवं समस्त टीम द्वारा मांग रखी गई कि दीपावली व्यापारियों के लिए एक सबसे बड़ा त्यौहार होता है। इस अवसर पर व्यापारी अपने पूरे वर्षभर की रोटी रोजी कमाता है। विभाग द्वारा सर्वे किये जा रहे हैं। विभागीय सचल दल द्वारा छोटी-छोटी व लिपकीय त्रुटियों के कारण रास्ते में व्यापारियों का माल पकड़ा जा रहा है। जबकि व्यापारी की मनसा करापवंचन की नहीं है। उससे व्यापरियों का उत्पीड़न हो रहा है। इस कारन व्यापारियों में रोश है। अतः हमारी मांग है कि इस अवसर पर सर्वे न कराये जाये तथा सचल दल द्वारा रास्ते में माल न पकड़ा जाये ताकि व्यापारी इस अवसर पर अपना व्यापार सुचारू रुप से कर सकें।
वैट के समय का बकाया जो विभाग द्वारा निकाल रखा है उसके लिए हमारी मांग है कि जब तक उस बकाया का सत्यापन न हो जाये विभाग द्वारा कार्यवाही नहीं की जाये। क्योंकि सत्यापन से पूर्व यह विभागीय कार्यवाही व्यापारियों का उत्पीड़न करती है।
दोनों अधिकारियों द्वारा चैम्बर की बात को बड़े ही गम्भीरतापूर्वक सुना गया और आश्वश्त किया कि चैम्बर की इन मांगो पर सकारात्मक कार्यवाही के प्रयास किये जायेंगे ।
प्रतिनिधि मंडल में अध्यक्ष अतुल कुमार गुप्ता, उपाध्यक्ष मनोज कुमार गुप्ता, कोषाध्यक्ष नितेश अग्रवाल, जीएसटी प्रकोष्ठ चेयरमैन अमर मित्तल, पूर्व अध्यक्ष अशोक कुमार गोयल सदस्यों में सुनील सिंघल, योगेश जिंदल, शिशिर भगत, धीरज वर्मा, एक्मा के अध्यक्ष अमित मित्तल, मनोज अग्रवाल आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।