WORKSHOP ON FOOD PROCESSING UNITS FOR WOMEN ENTREPRENURESHIP

  • महिला उद्यमिता हेतु खाद्य प्रसंस्करण उद्योग पर कार्यशाला 
  • महिलाएं आएं आगे – बनाएं प्रोजेक्ट – भेंजे चैम्बर को। 
  • एमएसएमई डीएफओ आगरा चैम्बर में बैंक बुलाकर ऋण दिलाने का करेगा प्रयास। 
  • महिला उद्यमियों को 10 लाख तक का ऋण बिना कोलैटरल सिक्योरिटी के। 
  • हमर उद्देश्य – महिलाएं बनें स्वावलंबी – देश की उन्नति आएं आगे – चेम्बर अध्यक्ष अतुल कुमार गुप्ता 
  • हरित क्रांति में देश आगे – खाद्यान्न में है आत्मनिर्भर। 
  • 60 हजार करोड़ प्रतिवर्ष होती है फसलों के बर्बादी। 
  • महिलाएं/युवा लगाएं कुटीर उद्योग – रुकेगी फसलों की बर्बादी।
  • गेहूं, दाल, तिलहन, आलू, टमाटर, आम, मसाले, आधारित उद्योग लगाने की दी सम्पूर्ण जानकारी/प्रशिक्षण। 
  • आगरा में प्रारम्भ होने वाली है किन्नू की बम्पर पैदावारी – एक हजार एकड़ से भी अधिक भूमि लग चुकी है किन्नू की फसल। 
दिनांक 16 अक्टूबर, 2024 को महिला उद्यमियों के लिए खाद्य प्रसंस्करण पर कार्यशाला का आयोजन महिला उद्यमिता विकास प्रकोष्ठ (जिसकी चेयरपर्सन डॉ. रीता अग्रवाल जी हैं ) के तहत चैम्बर अध्यक्ष अतुल कुमार गुप्ता की अध्यक्षता में किया गया। कार्यशाला में ग्लोबल इंस्टीट्यूट ऑफ वोकेशनल एजुकेशन एवं स्किल डेवलपमेंट आगरा के चेयरमैन जे. सी. शर्मा द्वारा बागवानी फसलों से निर्मित पौष्टिक व संरक्षित खाद्य पदार्थों के उत्पादन हेतु विधिवत प्रशिक्षण दिया गया। चैम्बर अध्यक्ष अतुल कुमार गुप्ता ने बताया कि इस कार्यशाला का उद्देश्य है कि महिलाएं स्वावलंबी बनें, देश की उन्नति में आगे आएं। चैम्बर हर प्रकार से सहयोग के लिए तत्पर है।
उन्होंने बताया कि महिलाओं /युवाओं द्वारा कम लागत से गेहूं, दाल,तिलहन, आलू, टमाटर, आम, मसाले, आधारित कुटीर उद्योग चलाने के लिए मिनी फ्लोर मिल, मिनी दाल मिल, मिनी आयल मिल से प्रारम्भ किया जा सकता है। इस सम्बन्ध में उन्होंने परियोजनाओं की जानकारी में मशीनों के नाम लागत मूल्य व प्रसंस्करण प्रक्रिया को पूरी तरह समझा कर बताया। इसी प्रकार आलू प्रसंस्करण इकाई के सम्बन्ध में चिप्स यूनिट बनाने का प्रशिक्षण, अवशेष पदार्थों से उपयोगी वस्तुएं बनाने की जानकारी दी। इसी प्रकार टमाटर से टमाटर प्यूरी, सौस, सूखा पाउडर तथा टमाटर के अवशेष छिलका एवं बीज से पशु आहार बनाने की पूरी जानकारी दी। आगरा में टीटीजेड होने के कारण सोलर ड्रायर लगाने की सलाह दी। जिस पर कोई रोक नहीं है। आगरा आलू की तरह किन्नू की फसल में भी बहुत आगे बढ़ रहा है। हजारों एकड़ में किन्नू लग चुका है। इससे बेवरेज, किन्नू सिरप, किन्नू पाउडर, इलेक्ट्रॉल पाउडर बनाने की विधिवत जानकारी दी। आम देश में बम्पर फसल है। आंधी में गिरने वाले बेकार आम के संरक्षण से खटाई व अमचूर बनाने के बारे में जानकारी दी। मसाला उद्योग लगाने की भी जानकारी दी गई। मसाला उद्योग में किसी भी संरक्षक की जरुरत नहीं होती है केवल नमी नहीं होनी चाहिए। अतः नमी को हटाकर मसालों की पिसाई की जा सकती है।
एमएसएमई डीएफओ आगरा के सहायक निदेशक, नेपाल सिंह ने महिला उद्यमियों के लिए राज्य सरकार व केन्द्र सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी। अगर किसी महिला या युवा उद्यमी में इच्छा शक्ति है और उनके पास उद्योग खोलने की कोई परियोजना है तो एमएसएमई विभाग  उन्हें 2 करोड़ तक ऋण उपलब्ध करवा सकता है और नशुल्क प्रषिक्षण कराएगा।   ऋण के बाद उद्योग लगाने हेतु भूखंड यूपीएसआईडीसी से आबंटित कराया जा सकता है या निजी भूमि पर एक करोड़ तक विकसित करने के लिए एमएसएमई विभाग व्यवस्था कर सकता है। प्रधानमंत्री रोजगार योजना के तहत बिना कोलैटरल  सिक्योरिटी के बैंक से 10 लाख तक का ऋण उपलब्ध कराया जा सकता है। प्रशिक्षण एवं परामर्श हेतु इंजीनियर्स एवं विशेषज्ञ एमएसएमई में उपलब्ध हैं। उत्पादन शुरू करने में एमएसएमई पूरा सहयोग करेगी उसके बाद मार्केटिंग में पूरा सहयोग करेगी। जेम पोर्टल पर पंजीकरण कराने से आपके पास स्वतः ही सरकारी आदेश आने लगेंगे। आपके उत्पाद को विदेश में बेचने के लिए क्रेता की सूची उपलबध कराते हैं विश्व में कहीं भी औद्योगिक मेलों/प्रदर्शनियों में प्रतिभाग करने में सहयोग करते हैं। भुगतान न मिलने पर सहयोग किया जाता है और मानकों में निशुल्क पंजीकरण कराने में सहायता करती है। उन्होंने मंच से घोषणा की कि महिला उद्यमी आगे आये और चैम्बर में सूचित करें उनके द्वारा कैम्प लगा कर बैंक से ऋण उपलब्ध कराने के लिए प्रयास किया जायेगा। इसके अलावा उनके द्वारा प्रधानमंत्री रोजगार योजना, ओडीओपी महिला उद्यमिता योजना, प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना आदि की भी जानकारी दी।
बैठक का संचालन पूर्व अध्यक्ष मनीष अग्रवाल द्वारा किया गया तथा उन्होंने कहा कि महिलाएं उद्योग लगाने के लिए आगे आएं।  चैम्बर में उनका स्वागत है। महिलाओं के हित में  इस प्रकार के  कार्यक्रम चैम्बर में कराते रहेंगे।
कार्यशाला में एमएसएमई डीएफओ आगरा से अंजू शर्मा भी उपस्थित थी।  कार्यशाला  में टीयर्स के छात्र/छात्राओं, श्री कृष्ण लीला से युवाओं ने काफी संख्या में भाग लिया।
कार्यशाला में अध्यक्ष अतुल कुमार गुप्ता, महिला उद्यमिता विकास प्रकोष्ठ की चेयरपर्सन डॉ. रीता अग्रवाल, को-चेयरपर्सन निधि अग्रवाल, महिला शांति सेना की अध्यक्षा वत्सला प्रभाकर, कैप्ट शीला बहाल, विनीता जादौन, विनायक एनजीओ, अनीता राघव, स्नेहा जैन, सीमा सिंह, नीलोफर, खुशबू बिरला  राधा, नुपुर अग्रवाल, अनुजा अग्रवाल, रेखा सिंह, श्रेया श्रीवास्तव, सरिया, कोमल मीणा, वर्षा मीणा सोना, मधु कुमारी, अनुराधा,प्रियंका, कृष्णकांत, मनीष कुमार, राहुल कुमार शर्मा, अनुराग, राजीव शर्मा, श्रीकांत कुशवाहा, राजकुमार, रंजीत,अजय सिंह, सुनीता, राजेश अग्रवाल, संतोष मित्तल, समय अघाइ  आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।