उपभोक्ता मामले प्रकोष्ठ की हुई बैठक।
कंज्यूमर फोरम के साथ शीघ्र करेंगे एक बैठक।
उद्यमियों के खिलाफ अधिकांष षिकायतें होती है फर्जी।
उद्यमी/व्यापारी तथा ग्राहक का न हो उत्पीड़न।
खाद्य विभाग को जांच के नये मानक निर्धारित करने की करेंगे मांग।
दिनांक 5 जून, 2023 को चैम्बर भवन में सायं 4 बजे अध्यक्ष राजेश गोयल एवं उपभोक्ता मामले प्रकोष्ठ के चेयरमैन मनोज कुमार गुप्ता की संयुक्त अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित की गई। जिसमें उद्यमी/व्यापारियों के प्रति ग्राहकों द्वारा की जाने वाली शिकायतों एवं ग्राहकों को मूल्य के बराबर गुणवत्ता की वस्तु प्राप्त हो, पर चर्चा की गयी।
उद्यमियों के खिलाफ अधिकांष षिकायतें होती है फर्जी।
उद्यमी/व्यापारी तथा ग्राहक का न हो उत्पीड़न।
खाद्य विभाग को जांच के नये मानक निर्धारित करने की करेंगे मांग।
दिनांक 5 जून, 2023 को चैम्बर भवन में सायं 4 बजे अध्यक्ष राजेश गोयल एवं उपभोक्ता मामले प्रकोष्ठ के चेयरमैन मनोज कुमार गुप्ता की संयुक्त अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित की गई। जिसमें उद्यमी/व्यापारियों के प्रति ग्राहकों द्वारा की जाने वाली शिकायतों एवं ग्राहकों को मूल्य के बराबर गुणवत्ता की वस्तु प्राप्त हो, पर चर्चा की गयी।
प्रकोष्ठ चेयरमैन मनोज कुमार गुप्ता ने कहा कि ग्राहकों द्वारा विभिन्न प्रकार की वस्तुओं में कीमत अथवा गुणवत्ता को लेकर षिकायतें की जाती हैं। जो कई बार भ्रमपूर्ण स्थिति के कारण होती हैं तथा कई बार ग्राहक की खराब नीयत के कारण भी जानबूझ कर होती हैं।
अध्यक्ष राजेश गोयल ने कहा कि हम चाहते हैं कि उद्यमी/व्यापारियों तथा ग्राहकों किसी का उत्पीड़न न हो। ग्राहकों को मूल्य के बराबर गुणवत्ता की वस्तु प्राप्त हो। भ्रमपूर्ण स्थिति के कारण षिकायतें कम हो। किसी व्यापारी विशेष का निजी कारणों से उत्पीड़न नहीं होना चाहिए। इस हेतु हम विभिन्न विभागों को पत्र लिखेंगे
। खाद्य पदार्थों के मानकों में तकनीकी उन्नयन के कारण काफी अन्तर आ गया है, अतः खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा मानकों को पुनः निर्धारित किया जाये और नवीनतम दिशा निर्देशों की जानकारी प्रदान की जाये।
बैठक में अध्यक्ष राजेश गोयल, उपाध्यक्ष मनोज बंसल, कोषाध्यक्ष योगेश जिन्दल, प्रकोष्ठ चेयरमैन मनोज कुमार गुप्ता, पूर्वअध्यक्ष शलभ शर्मा, सदस्यों में राजीव सिंघल, ललित जागिया, नितिन अग्रवाल, पीयूष अग्रवाल, मुकेश कुमार गुप्ता (सम्यक , मुकेश गुप्ता (सीमेंट), संजय गुप्ता, चन्द्र मोहन खंडेलवाल आदि मुख्य रुप से उपस्थित थे।