Udyam Registration Camp

  • एमएसएमई उद्यम पंजीकरण  कैंप का किया गया आयोजन
  • पुराने लघु उद्योग आधार को 30 जून तक उद्यम पंजीकरण में माइग्रेट करें
  • जेड प्रमाण पत्र के लाभों से कराया अवगत
  • जेम पोर्टल पर एक कार्यशाला का आयोजन किया जायेगा शीघ्र
दिनांक 17 जून 2022 को सायं 3:30 बजे न्यू मार्केट जीवनी मंडी  स्थित चेंबर सभागार में चेंबर अध्यक्ष शलभ शर्मा की अध्यक्षता में एमएसएमई विकास संस्थान आगरा के सहयोग से उद्यम पंजीकरण कैंप का आयोजन किया गया।  एमएसएमई विकास संस्थान आगरा के उपनिदेशक बी के यादव, आईईडीएस, ने अपने संबोधन में बताया कि एमएसएमई मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा दिनांक 17 जून से 27 जून तक उद्यम रजिस्ट्रेशन हेतु पूरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कैंप का आयोजन किया जा रहा है नेशनल चैंबर के सदस्यों के साथ आज यह प्रथम शिविर है।  उद्यम पंजीकरण विनिर्माण में संलग्न इकाइयां, सेवा प्रदाताओं एवं व्यापारी सभी इस रजिस्ट्रेशन का वेबसाइट https://udyamregistration.gov.in/ पर जाकर पंजीकरण करा सकते हैं।  यह पंजीकरण एक बार ही करना होता है और सरकार की किसी भी योजना का लाभ लेने के लिए यह पंजीकरण अति आवश्यक है।  उन्होंने कहा कि एमएसएमई की नई परिभाषा के अंतर्गत प्लांट एवं मशीनरी में एक करोड़ तक का निवेश तथा 5 करोड़ तक का कारोबार करने वाली इकाई को सूक्ष्म एमएसएमई यूनिट कहा जाएगा,  10 करोड़ तक प्लांट एंड मशीनरी तथा 50 करोड़ तक के टर्नओवर की इकाई को लघु एमएसएमई कहां जाएगा तथा 50 करोड़ तक प्लांट एंड मशीनरी एवं ढाई सौ करोड़ टर्न ओवर करने वाली इकाई को मीडियम एमएसएमई यूनिट कहा जाएगा। देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए एमएसएमई को बढ़ावा देने देना अति आवश्यक है क्योंकि कृषि क्षेत्र के बाद यही क्षेत्र सबसे ज्यादा रोजगार मुहैया कराता है।  उन्होंने सरकार की योजनाओं – जेड स्कीम, पब्लिक प्रोक्योरमेंट पॉलिसी के बारे में अवगत कराया।
संस्थान के सहायक निदेशक डॉ मुकेश शर्मा ने इस अवसर पर  उद्यम रजिस्ट्रेशन में आ रही दिक्कतों का समाधान किया और कई इकाइयों ( 20 – 25) के उद्यम रजिस्ट्रेशन किये गए।  डॉ मुकेश शर्मा ने बताया कि उद्यम पंजीकरण प्रक्रिया स्वघोषणा आधारित है।  किसी भी प्रकार के दस्तावेज वेबसाइट पर अपलोड करने की आवश्यकता नहीं है। केवल उद्यमी को अपनी एवं अपने उद्योग की सामान्य जानकारी भर कर उद्यम पंजीकरण प्रमाण पत्र प्राप्त किया जा सकता है। उद्यम पंजीकरण प्रमाण पत्र के आधार पर ही भारत सरकार, उत्तर प्रदेश सरकार,  वित्तीय संस्थान के द्वारा मिलने वाली सुविधाएं प्राप्त की जाती हैं।  निर्यात क्षेत्र में काम करने वाले उद्यमियों को भी उद्यम पंजीकरण कराना लाभदायक है।  जिन उद्यमियों ने अपने उद्यम का पूर्व में उद्यम ज्ञापन संख्या अथवा उद्यम आधार ले रखा है वे उद्यम ज्ञापन संख्या का माइग्रेशन उद्यम पंजीकरण के रूप में अतिशीघ्र करा लें।  इसकी अंतिम तिथि भारत सरकार ने 30 जून तक रखी है।
एमएसएमई विकास संस्थान आगरा के सहायक निदेशक अभिषेक सिंह ने जेड स्कीम के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि विनिर्माण प्रणाली एवं प्रक्रिया में सुधार के लिए एवं प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ाने के लिए, सस्टेनेबल बनाने  साथ ही साथ राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय चैंपियन ट्रांसफॉर्म करने के लिए भारत सरकार द्वारा एक नई योजना जेड (जीरो डिफेक्ट जीरो इफ़ेक्ट) का शुभारंभ किया गया है।  इस योजना में प्रमाण पत्र लेने के लिए तीन श्रेणियां हैं – ब्राउन, सिल्वर एवं गोल्ड।  ब्राउन के लिए निर्धारित 5 पैरामीटर, सिल्वर के लिए 14 तथा गोल्ड प्रमाणपत्र के लिए 20 पैरामीटर का पूरा होना आवश्यक है।   इस सर्टिफिकेट के लिए  कोई शुल्क का भुगतान करने की आवश्यकता नहीं है बल्कि प्रमाणपत्र हेतु पंजीकरण करने पर सर्टिफिकेट प्राप्त करने के लिए ₹10000 का कूपन मिलेगा जिसे सर्टिफिकेट प्राप्त करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
कैमरा अध्यक्ष शलभ शर्मा ने सभी उद्यमियों से उद्यम पंजीकरण को बढ़-चढ़कर कराने के लिए प्रोत्साहित किया ताकि सरकार की योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक लिया जा सके।  एमएसएमई विकास संस्थान के अधिकारियों से जेम पोर्टल पर पंजीकरण में आ रही समस्याओं के समाधान हेतु जेम पोर्टल पर एक अलग से कार्यशाला के लिए मांग की गई।  चेंबर की इस मांग को स्वीकार करते हुए उपनिदेशक एमएसएमई विकास संस्थान आगरा ने कहा कि जेम पोर्टल पर पंजीकरण में समस्याओं के समाधान हेतु जेम पोर्टल के विशेषज्ञों के साथ  एक अलग से कार्यशाला का आयोजन चेंबर के सदस्यों के साथ शीघ्र किया जाएगा।  एमएसएमई यूनिट्स विकास प्रकोष्ठ के चेयरमैन नरेंद्र तनेजा ने एमएसएमई विकास संस्थान द्वारा इस कैंप के आयोजन के लिए धन्यवाद देते हुए बताया कि एमएसएमई विकास संस्थान आगरा से सदैव एमएसएमई इकाइयों को सहयोग प्राप्त होता रहा है।  हमें आशा है कि निकट भविष्य में भी इस प्रकार के आयोजन एमएसएमई विकास संस्थान द्वारा आगरा के उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए किए जाएंगे।
इस शिविर बैठक में अध्यक्ष शलभ शर्मा, उपाध्यक्ष संजय कुमार गोयल, कोषाध्यक्ष मनोज कुमार गुप्ता, एमएसएमई यूनिट्स विकास प्रकोष्ठ के चेयरमैन नरेंद्र तनेजा, पूर्व अध्यक्ष श्री किशन गोयल, कार्यकारिणी सदस्य मनीष बंसल,शम्भू कुमार अग्रवाल,  राजेश अग्रवाल,उद्योग प्रतिनिधियों में तुषार बंसल, गौरव गुप्ता, विशाल जैन, सीपी जैन, विशाल गोयल, नरायन, राजीव अग्रवाल, जीतेन्द्र जिंदल, मनोज जैन आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।