Exporters Conclave 2022, Agra

  • एक्सपोर्टर्स कॉन्क्लेव आगरा का आयोजन
  • फियो  कानपुर एवं वाणिज्य एवं उद्योग विभाग, भारत सरकार के सहयोग से निर्यातक सम्मेलन 2022 का किया गया आयोजन
  • सुनहरा दिख रहा है निर्यात का भविष्य
  • 400 अरब अमेरिकी डॉलर के निर्यात लक्ष्य की दिशा में अग्रसर
  • निर्यात अवसरों का पता लगाने के लिए जरूरी है राज्यों के साथ मजबूत चुनाव
  • फर्निश्ड स्टॉलों पर उत्पादों का किया गया प्रदर्शन
दिनांक 23 फरवरी 2022 को होटल डबल ट्री बाय हिल्टन में सायं 5:00 बजे से आगरा कॉन्क्लेव का आयोजन फियो कानपुर एवं भारत सरकार के वाणिज्य एवं उद्योग विभाग के सहयोग से किया गया।  केंद्र सरकार भारत से निर्यात बढ़ाने पर जोर दे रही है और निर्यात में वृद्धि करने की दिशा में निर्यातकों की महत्वपूर्ण भूमिका है यह बात मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद भारत सरकार के सचिव टेक्सटाइल उपेंद्र प्रसाद सिंह ने अपने संबोधन में कही।
चेंबर अध्यक्ष मनीष अग्रवाल ने बताया कि पियो कानपुर द्वारा आगरा के निर्यात व्यापार को बढ़ाने में बहुत बड़ा योगदान है।  फियो कानपुर के द्वारा प्रतिवर्ष विदेश व्यापार को बढ़ावा देने के उद्देश्य एक या दो गतिविधियां आगरा में की जाती हैं।   इस हेतु हम फियो कानपुर के प्रति आभार प्रकट करते हैं। उनके द्वारा इस वर्ष आगरा कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया.  हम उम्मीद करते हैं कि इस कॉन्क्लेव से आगरा के निर्यात व्यापार को एक बहुत बड़ा सहयोग प्राप्त होगा।  आशा करते हैं कि फियो कानपुर द्वारा आगरा के निर्यात व्यापार को बढ़ावा देने के लिए अगला कार्यक्रम शीघ्र ही आयोजित किया जाएगा।
कॉन्क्लेव का शुभारंभ मुख्य अतिथि सचिव टेक्सटाइल, भारत सरकार उपेंद्र सिंह,आईएएस, क्षेत्रीय अध्यक्ष फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गेनाइजेशन के अश्विनी कुमार, फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट प्रमोशन के महानिदेशक एवं सीईओ डॉ अजय सहाय, स्टेट जीएसटी के संयुक्त आयुक्त संजय कुशवाहा, निदेशक एमएसएमई विकास संस्थान आगरा के  टीआर शर्मा, क्षेत्रीय अध्यक्ष सीएलई  मोतीलाल सेठी  फियो मैनेजिंग कमेटी के सदस्य गोपाल गुप्ता, नेशनल चेंबर ऑफ कॉमर्स के फॉरेन ट्रेड सेल के चेयरमैन जय अग्रवाल, अफमेक  अध्यक्ष पूरन डावर, क्योंकर के मुख्य महाप्रबंधक विजय कुमार सिंह आदि ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।
कॉन्क्लेव  में वक्ताओं ने अपने संबोधन में बताया कि किसी भी देश के आर्थिक विकास में निर्यात की महत्वपूर्ण भूमिका होती है।   भारत का निर्यात प्रदर्शन इस कोविड-19 भी बहुत अच्छा रहा है और निर्यात भविष्य में भी सुनहरा दिख रहा है जिससे देश को आर्थिक गति देने में बल मिलेगा।  भारत सरकार अगले 3 वर्षों में 5 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के उद्देश्य से अपने विभागों में नीतिगत सुधार कर रही है और निर्यातकों को और अधिक सुविधाएं कैसे दी जाए इस पर जोर दिया जा रहा है।
फियो के क्षेत्रीय अध्यक्ष  अश्विनी कुमार ने कहा कि मौजूदा रुझान को देखते हुए हम मौजूदा वित्त वर्ष के लिए 400 अरब अमेरिकी डॉलर की व्यापारिक निर्यात लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में अग्रसर हैं। आगरा जनपद से कुल निर्यात लगभग 7500 करोड़ का जनवरी से दिसंबर 2021 वर्ष में रहा जिसमें से लेदर फुटवियर, मार्बल स्टोन, हैंडीक्राफ्ट, प्लास्टिक, गारमेंट, कार्पेट दरी, इंजीनियरिंग व अन्य प्रमुख प्रोडक्ट शामिल है। निर्यात में लगातार वृद्धि एक निर्यातक के लिए अनेक अवसर व रोजगार सृजन में कारगर साबित होगी।
इसी क्रम में फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गेनाइजेशन की महानिदेशक एवं सीईओ डॉ अजय सहाय ने कहा कि जनपद में निर्यात अवसरों का पता लगाने और उनकी पहचान करने के लिए राज्यों के साथ मजबूत जुड़ाव की आवश्यकता है और प्रत्येक जिले को एक निर्यात हब के रूप में परिवर्तित करने की  तरफ आगे बढ़ना है।  आगरा में निर्यात कॉन्क्लेव का उद्देश्य जिले से निर्यात किए गए उत्पादों और सेवाओं को बढ़ावा देना है और निर्यात में आने वाले अवसर चुनौतियां ऑनलाइन मॉड्यूल के बारे में बताया गया साथ ही साथ विभागों द्वारा चलाई जा रही निर्यात संबंधित जानकारी के बारे में निर्यातकों को अवगत कराया गया और उनकी सुझावों पर विशेषज्ञों द्वारा विचार विमर्श किया गया तथा विभागों द्वारा सभी स्तर पर निर्यातकों को प्रदान किए जा रहे सहयोग के बारे में जागरूकता फैलाना और सभी संस्थानों को एक साथ लाना और उन्हें सक्रिय भागीदारी बनाना है।
सभी अधिकारियों के द्वारा निर्यात संबंधित सहयोग का पूर्ण सहयोग करने का भी आश्वासन दिया गया. इस कॉन्क्लेव में निर्यातकों को फियो द्वारा सुसज्जित स्टाल प्रदान किए गए। निर्यातकों द्वारा  सुसज्जित स्टालों में अपने उत्पादों का प्रदर्शन किया।  निर्यातक रूबी सहगल मुकेश बंसल राजेश अग्रवाल अवनीश कौशल मयंक गर्ग आदि ने  कॉन्क्लेव में प्रतिभाग किया।  कॉन्क्लेव का संचालन कानपुर की संयुक्त संयोजक आलोक श्रीवास्तव ने किया।  कॉन्क्लेव में जिले के 120 से अधिक निर्यातकों ने भाग लिया और कॉन्क्लेव को बहुत ही उपयोगी बताया।  साथ ही साथ भविष्य में इस तरह की और भी सम्मेलन आयोजित करने की इच्छा जताई।
इस अवसर पर नेशनल चैंबर ऑफ इंडस्ट्रीज एंड कॉमर्स यूपी आगरा के विदेश व्यापार प्रकोष्ठ के चेयरमैन जय अग्रवाल ने आगरा के निर्यात व्यापार के सम्बन्ध में सुझाव प्रेषित किए कि  ई डी आई सर्विस सेंटर का कॉन्ट्रैक्ट का नवीनीकरण नहीं हुआ है जिससे शिपिंग बिल फाइल करने में समस्या आ रही है।  आगरा में कंटेनरशिप के लिए एमओटी सुविधा नहीं है।  पूर्व में यह सुविधा उपलब्ध थी कि अत्यावश्यक शिपिंग के लिए कुछ निर्धारित चार्जिंग का भुगतान कर ने पर अधिकारी उस शिपिंग को उसी दिन भेजने का प्रबंध कर देते थे जो वर्तमान में नहीं है।  इससे निर्यात व्यापार में परेशानी आ रही है।  इसी प्रकार कुछ वस्तुओं के एचएसएन कोड मैं कनफ्लिक्ट्स है जिसके कारण निर्यात व्यापार में परेशानी आ रही है।  निर्यात व्यापार में एडी कोड (ऑथराइज्ड डीलर कोड) चढ़ाया जाता है। सरकार द्वारा ऑनलाइन सुविधा दी गई है किंतु इसमें पूरी गाइडलाइन नहीं है।   कोविड-19 के कारण निर्यात व्यापार कम हुआ है।  कारोबार के आधार पर बैंकों द्वारा लिमिट कम किया जा रहा है। बैंकों को आदेशित किया जाए कि कोविड-19 के कारण निर्यात व्यापार कम होने से निर्यातकों के लिमिट को प्रभावित नहीं किया जाए।  सरकार द्वारा निर्यातकों के लिए जीएसटी भुगतान किए बिना माल मिलने की घोषणा की है यह योजना अभी तक लागू नहीं की गई है।  आगरा के चारों तरफ आईटी कॉलेज काफी हैं।  आईटी इंडस्ट्री को आगरा में बढ़ावा मिलना चाहिए। आईटी पार्क शीघ्र खोला जाए ताकि युवाओं को आगरा में रोजगार मिल सके और आगरा का ब्रेन ड्रेन रुके।