CYBER CRIME AND ITS PREVENTION MEASURES

  • सावधानी ही बचाव है – नेशनल चैम्बर के कार्यक्रम में आईजी आगरा ने दिए टिप्स
  • बदलते जमाने में बदला है अपराध का स्वरूप -आईजी पुलिस आगरा
  • नेशनल चैम्बर ने किया सोशल मीडिया पर कार्यक्रम
  • साइबर क्राइम के बढ़ते दखल से बढ़ रही परेशानी
  • नेशनल चैम्बर का प्रयास – जागरूकता से ही होगा बचाव
  • आगरा में फंसे हैं हजारों लोग – देने को तैयार हैं लाखों रूपये
  • साइबर क्राइम फंसने से बच्चे गवां रहे हैं जाने
  • साइबर अपराधी कराते हैं ऑनलाइन शॉपिंग हजारों लोगों से
  • भूलकर भी अपलोड ना करें न्यूड फोटो
  • कंपनियों के नाम की स्पेलिंग में मामूली बदलाव करके करती हैं साइबर क्राइम
  • आपका डाटा चुरा कर उसका करती हैं विक्रय अन्य साइबर क्रिमिनलों को
  • साइबर अपराधी आपका डाटा चुराते हैं बैंक या ऑनलाइन कार्यरत ई कंपनियों से
  • अलर्ट रहने की है अति आवश्यकता
  • साइबर क्राइम से बचने के लिए जागरूकता, नॉलेज एवं अलर्टनेस बहुत जरूरी
  • ग्रुप एडमिन से भी आपका डाटा होता है शेयर
  • अनजान से स्वीकार न करें फ्रेंडशिप – आपकी फ्रेंडशिप स्वीकार करने से आपके साथी भी फंस सकते हैं
  • पर्सनल इंफॉर्मेशन रखे छिपाकर – कभी न करें उजागर
  • ईमेल आईडी में नाम और डेट ऑफ बर्थ से भी डाटा होता है हैक
  • साइबर अपराधी किसी कंपनी के नाम में मामूली परिवर्तन कर खिलाते हैं गेम
  • कहते है आपके खाते में पैसा क्रेडिट करने की – पर लिख कर भेजते हैं डेबिटेड – क्लिक करें पूरी तरह पढ़कर
  • ध्यान देने की जरूरत है यूजर और पासवर्ड मांगने पर हमेशा वर्चुअल की बोर्ड का ही करें प्रयोग
  • साइबर क्राइम को रोकने के लिए सरकार द्वारा उपलब्ध कराई गई सुविधाओं का रखें विशेष ध्यान
  • साइबर क्राइम के शिकार होने पर शीघ्र करें पुलिस को सूचित
  • हर पुलिस स्टेशन पर खुला है साइबर क्राइम और हर जिले में खोला गया है साइबर क्राइम सेंटर

दिनांक 30 सितंबर 2021 को चेंबर अध्यक्ष मनीष अग्रवाल की अध्यक्षता में साइबर क्राइम के बढ़ते दखल के कारण उत्पन्न परेशानियां एवं उनके बचाव के संबंध में एक बैठक होटल अतिथिवन वाटर वर्क्स क्रॉसिंग, बलकेश्वर रोड पर आयोजित की गई जिसमें श्री नवीन अरोड़ा, आईपीएस, आईजी, रेंज आगरा मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित हुए।

चेंबर अध्यक्ष मनीष अग्रवाल ने बताया कि वर्तमान में साइबर क्राइम चर्म पर बढ़ा हुआ है और इससे बचाव के उपायों को जानना बहुत जरूरी है। इस विषय में श्री नवीन अरोरा जी -आईजी रेंज आगरा को महारथ हासिल है। उन्होंने आगरा में जब वे कप्तान पद पर तैनात थे ऐसे हजारों केस खोले थे। आज भी इस क्षेत्र में बढ़ चढ़कर काम कर रहे हैं। उनके द्वारा दी गई टिप्स से हम लोग लाभान्वित होंगे।

साइबर क्राइम पर बोलते हुए आईजी आगरा ने बताया कि पूर्व में गैंग के रूप में होने वाले अपराधों का स्वरुप बदल गए हैं। बदलते समय के अनुसार अपराध का स्वरूप भी बदल गया है क्योंकि अधिकांश अपराधी हमेशा से पैसे के लिए अपराध करते रहे हैं। ऑनलाइन अपराध उनके लिए आज के समय में आसान हो गया है और अब यह इतना बड़ा रूप ले चुका है कि इसमें लाखों लोग फंसते रहते हैं। यही नहीं साइबर क्राइम में फसने के बाद तमाम लोगों का विभिन्न प्रकार शोषण होता है और तमाम बच्चे अपनी जाने भी गमाते रहते हैं। फेसबुक एवं अन्य सोशियल माध्यमों से साइबर क्रिमिनल आपका डाटा चराते रहते है और फिर आपकी डाटा को विभिन्न साइबर क्रिमिनलों को विक्रय करते रहते हैं। आपका डाटा आप से ही विभिन्न माध्यमों से प्राप्त कर लेते हैं और धीरे-धीरे जब साइबर क्राइम में लोग फंस जाते हैं फिर उसका वह दुरुपयोग करते हैं। उदाहरण के तौर पर अश्लील फोटो देखने पर आपका डाटा सोशल मीडिया के पास चला जाता है। आपकी डाटा चोरी होने के विभिन्न माध्यमों में बैंक एवं ऑनलाइन शॉपिंग की ई कंपनियांआदि मुख्य हैं। एक बार आपका डाटा इन कंपनियों के पास चला जाता है तो हजारों कंपनियों से आपके पास मैसेज आना प्रारंभ हो जाता है। जिसमें आपके महत्वपूर्ण सूचनाएं बिना पढ़े रह जाती है। इन मेसेजों से मोबाइल/कंप्यूटर की मेमोरी भी खत्म होने लगती है। अतः अपना डाटा देते समय हमेशा सावधानी बरतें। कभी भी सोशल मीडिया पर अपनी न्यूड फोटो अपलोड न करें। उसका जबरदस्त दुरुपयोग होता है। आपको धमकियाँ मिलना प्रारम्भ हो जाती हैं। साइबर क्राइम से बचने के लिए जागरूकता ज्ञान एवं सावधानी बरतनी बहुत जरूरी है। आपका डाटा ग्रुप एडमिंस के माध्यम से भी सोशल मीडिया पर शेयर होता रहता है। कभी भी अनजान व्यक्ति से फ्रेंडशिप स्वीकार न करें। आपके द्वारा फ्रेंडशिप स्वीकार करने पर आपके साथी भी उसमें फंस सकते हैं। फेसबुक पर जन्मदिन के उत्सवों के समय हम अपने परिवार के समस्त डेटा पोस्ट कर देते हैं। यह बिल्कुल ही गलत है। हम अपना डाटा स्वयं उन्हें कभी भी अपनी व्यक्तिगत सूचनाएं शेयर न करें। उन्हें हमेशा छुपा कर रखें। पेमेंट के ऑप्शन में हमेशा यह ध्यान रखें कि केवल क्रेडिट पर क्लिक करें, डेबिट पर क्लिक न करें। साइबर क्रिमिनल ई कंपनियों के नाम में मामूली परिवर्तन करके नकली कंपनियां बनाकर पको गेम आदि में विनर बता कर आपके खाते में पैसा क्रेडिट करने का बहाना लगाती हैं और क्रेडिट के स्थान पर डेबिटेड पर क्लिक करवाती हैं उससे आपके खाते से पैसा डेबिट हो जाता है। श्री नवीन अरोड़ा जी ने बचाव में बताया कि यूजर नेम और पासवर्ड मांगने पर हमेशा वर्चुअल कीबोर्ड का ही प्रयोग करें। सरकार द्वारा बचाव के लिए जो सुविधाएं प्रदान की गई है उन पर बहुत ध्यान देने की जरूरत है। उनका अनुसरण पूरी तरह से किया जाए। तभी आप साइबर क्राइम से बच सकते हैं। सरकार द्वारा हर पुलिस स्टेशन पर साइबर क्राइम खोल गया है हर जिले में एक साइबर क्राइम सेंटर खोला गया है। कोई भी किसी प्रकार साइबर क्राइम का शिकार होने पर शीघ्र पुलिस को सूचना देनी चाहिए।

बैठक का संचालन सोशल मीडिया सेल के चेयरमैन सचिन सारस्वत द्वारा किया गया। सचिन सारस्वत ने आईजी महोदय से साइबर क्राइम पर एक बड़ी बैठक का अनुरोध किया जिससे कि बड़े स्तर पर लोगों को लाभ मिल सके।

धन्यवाद ज्ञापन पूर्व अध्यक्ष सीताराम अग्रवाल द्वारा दिया गया और उन्होंने बताया कि साइबर क्राइम से बचने के लिए आईजी साहब के द्वारा जो उपाय बताए गए हैं उनसे हमारे सदस्य अवश्य ही लाभांवित होंगे।

बैठक में चेंबर अध्यक्ष मनीष अग्रवाल, उपाध्यक्ष अनिल अग्रवाल, उपाध्यक्ष सुनील सिंघल, सोशल मीडिया प्रकोष्ठ के चेयरमैन सचिन सारस्वत, मुख्य अतिथि नवीन अरोड़ा पुलिस महानिरीक्षक आगरा रेंज,आगरा पुलिस विभाग से साइबर क्राइम के विशेषज्ञ विशाल जिन्होंने अकेले ने 90% से भी अधिक साइबरक्राइम खोले हैं मौजूद थे। इसके अलावा सदस्यों में सुनील गर्ग, संजय गोयल, मुकेश फतेहपुरिया, राजेश कुमार अग्रवाल, नरेंद्र तनेजा, राजेश अग्रवाल, राकेश चौहान, अतुल बंसल, पूर्व अध्यक्ष शांति स्वरूप गोयल, राजकुमार अग्रवाल, सीताराम अग्रवाल, प्रदीप कुमार वार्ष्णेय,योगेंद्र सिंघल, अमर मित्तल, अनिल वर्मा, प्रमोद कुमार अग्रवाल, मुकेश अग्रवाल, महेंद्र कुमार सिंघल, अशोक कुमार गोयल, राजीव तिवारी, श्रीकिशन गोयल, राजीव अग्रवाल, कार्यकारिणी समिति सदस्य रविंद्र अग्रवाल, पवन पैंगोरिया, उदय कुमार अग्रवाल संजय गर्ग,सतीश अग्रवाल, अभिषेक अग्रवाल, मनोज कुमार गुप्ता, मुरारी लाल गोयल, राजेंद्र गर्ग, राकेश मंगल आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।