दिनांक 04-07-2019 को चैम्बर अध्यक्ष श्रीकिषन गोयल की अध्यक्षता में एक प्रतिनिधि मण्डल औद्योगिक समस्याओं को लेकर जिलाधिकारी महोदय आगरा से मिला। जिलाधिकारी महोदय ने उद्यमियों की समस्याओं को बड़े ही गम्भीरता पूवर्क सुना और वास्तविकता को समझते हुए शीघ्र संज्ञान लिया। सकारात्मक कार्यवाही करते हुए नो-एन्ट्री के सम्बन्ध में दिनांक 26 जून, 2019 के आदेष को निरस्त करते हुए 28 जून से पूर्व की स्थिति को बहाल किये जाने का आष्वासन दिया। नो-एन्ट्री एवं यातायात व्यवस्था के लिए एक संयुक्त समिति का गठन किया जिसमें नेषनल चैम्बर से अध्यक्ष श्रीकिषन गोयल एवं रेलवे प्रकोष्ठ के कोचेयरमैन डा0 उदय अग्रवाल को नामित किया गया। यह समिति अध्ययन कर यातायात व्यवस्था को तय करेगी और उसके बाद नियमों को लागू किया जायेगा। ज्ञातव्य हो कि निवर्तमान वरीष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय के निर्देषों के अन्तर्गत पुलिस अधीक्षक यातायात ने विगत 26 जून 2019 को आदेष जारी करके वाटरवक्र्स चैराहे, सुल्तानगंज की पुलिया की ओर से जीवनी मंण्डी, यमुना किनारे और दरेसी की ओर जाने वाले लोडिंग चार पहिया वाहनों पर रोक लगा दी थी। इसी प्रकार रामबाग चैराहे से यमुना ब्रिज माल गोदाम की ओर जाने वाले भारी वाहनों को भी केवल रात तक सीमित कर दिया गया था। जबकि पुराने नियमों के अन्र्तगत भारी वाहनों का प्रवेष रात 8ः00 बजे से सुबह 8ः00 बजे तक और दिन में 2 घण्टे पूर्वाह्न 11ः00 बजे से 01ः00 बजे तक खुला हुआ था।
चैम्बर द्वारा फाउण्ड्री उद्योग में शीरा आपूर्ति के सम्बन्ध में गम्भीर समस्या से जिलाधिकारी महोदय को अवगत कराया गया। बताया गया कि फाउण्ड्री उद्योग में उत्पादन प्रक्रिया में खांण्डसारी शीरा की आवष्यकता होती है। पूर्व में फाउण्ड्री उद्योग को शीरा की आपूर्ति जिला उद्योग केन्द्र द्वारा जारी परमिट से नियमित रूप से होती रहती थी। किन्तु सन् 1995 में मा0 उ0 न्यायालय के आदेषानुसार फाउण्ड्री उद्योग में कोयला के प्रतिबन्ध के बाद उत्पादन में कमी होने से शीरा की कम आवष्यकता हो गई थी। जिसके कारण शीरा आपूर्ति के परमिट निरस्त कर दिये गये थे। इस लिये इस उद्योग में शीरा की आपूर्ति में निरन्तर परेषानी आ रही है। इस हेतु चैम्बर द्वारा विभिन्न स्तरों पर समस्या के समाधान की आवाज उठायी है। जिसमें यह निवेदन किया गया है कि फाउण्ड्री उद्योग के उद्यमियों को उत्पादन प्रक्रिया हेतु शीरा सीधे सुगर मिल से क्रय किये जाने की अनुमति प्रदान की जाये। किन्तु उद्यमियों द्वारा सुगर मिल से शीरा के सीधे क्रय किये जाने पर आबकारी अधिकारियों द्वारा उनका उत्पीड़न किया जा रहा है। इस षिकायत को आज प्रतिनिधि मण्डल द्वारा जिलाधिकारी महोदय के समक्ष रखा जिस पर जिलाधिकारी महोदय ने शीघ्र संज्ञान लेने हुए आबकारी अधिकारियों को उत्पीड़न न किये जाने के निर्देष दिये। जिलाधिकारी महोदय ने प्रतिनिधि मण्डल को आष्वासन दिया कि आबकारी अधिकारियों द्वारा अब उनका उत्पीड़न नहीं किया जायेगा।
प्रतिनिधिमण्डल में चैम्बर अध्यक्ष श्रीकिषन गोयल, उपाध्यक्ष मनोज बंसल, कोषाध्यक्ष अनूप जिन्दल, पूर्व अध्यक्ष प्रमोद कुमार अग्रवाल, अमर मित्तल, अतुल कुमार गुप्ता, अषोक कुमार गोयल, नरेन्द्र सिंह, प्रषासन समन्यवय प्रकोष्ठ के चेयरमैन अतुल कुमार बंसल, सदस्यों में राकेष कुमार सिंघल, नवनीत सिंघल, योगेष सिंघल, राजेन्द्र गर्ग, मनीष गर्ग, अंषुल अग्रवाल, अमित बंसल, संजय गोयल आदि उपस्थित थे।