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Meeting with Torrent Power

दिनांक 27 अगस्त 2018 को विद्युत मासिक शिविर का अयोजन एम जी रोड स्थित टोरन्ट पाॅवर लि0 के कार्यालय एडमिनस्ट्रेशन ब्लाॅक, कोटसन बिल्डिंग में किया गया है। जिसमें नेशनल चैम्बर आॅफ इण्डस्ट्रीज एण्ड काॅमर्स, यू.पी., आगरा के विद्युत प्रकोष्ठ के चेयरमैन श्री विश्नू भगवान अग्रवाल जी द्वारा उपभोक्ताओं को आ रही विभिन्न समस्याओं को नियमानुकूल प्रेषित किया। इस कैम्प में विद्युत उपभोक्ताओं की लगभग 25 समस्याओं का समाधान कर उन्हें संतुष्ठि प्रदान की गई।
टोरन्ट की ओर से ,उपाध्यक्ष शैलेस देसाई,

Foundation Day Celebration of Chamber

दिनांक 25-08-2018 को सायं 6ः00 बजे ‘अग्रवन’ वाॅटर वक्र्स चैराहा, आगरा में चैम्बर का 70वाँ स्थापना दिवस बड़े ही धूमधाम से मानया गया। समारोह का शुभारम्भ चैम्बर के अध्यक्ष श्री राजीव तिवारी ने मुख्य अतिथि माननीय न्यायमूर्ति श्री संजय मिश्रा जी,

Enhancing Financial Accessibility for SMEs

दिनांक 20 अगस्त 2018 को चैम्बर अध्यक्ष राजीव तिवारी के अध्यक्षता में चैम्बर भवन में कैनरा बैंक के सहयोग से  “Enhancing Financial Accessibility for SMEs” पर एक सैमिनार का आयोजन किया गया। सैमिनार में कैनरा बैंक के वरिष्ठ अधिकारियों में क्षेत्रीय कार्यालय से मंडलीय प्रबन्धक सर्वज्ञ शेखर गुप्ता,

ताजमहल की सुरक्षा हेतु ड्राफ्ट विजन डाक्यूमेन्ट के लिए सुझाव

माननीय उच्चतम न्यायालय द्वारा ताजमहल की सुरक्षा हेतु अपने आदेश में प्रशासन से की जाने वाली कार्यवाहियों के सन्दर्भ में प्रशासन द्वारा जो ड्राफ्ट विजन डाक्यूमेन्ट न्यायालय में दाखिल किया है। उसके सन्दर्भ में चैम्बर द्वारा आज दिनांक 10-8-2018 को मण्डलायुक्त महोदय के साथ हुई बैठक में जो सुझाव प्रेषित किये है। वे निम्न प्रकार है।
बैठक में चैम्बर की ओर से अध्यक्ष राजीव तिवारी,

Monthly Electricity Camp Meeting

20 जुलाई 2018 को विद्युत मासिक शिविर का अयोजन एम जी रोड स्थित टोरन्ट पाॅवर लि0 के कार्यालय एडमिनस्ट्रेशन ब्लाॅक, कोटसन बिल्डिंग में किया गया है।
जिसमें नेशनल चैम्बर आॅफ इण्डस्ट्रीज एण्ड काॅमर्स, यू.पी., आगरा के विद्युत प्रकोष्ठ के चेयरमैन श्री विश्नू भगवान अग्रवाल जी द्वारा उपभोक्ताओं को आ रही विभिन्न समस्याओं को नियमानुकूल प्रेषित किया। इस कैम्प में विद्युत उपभोक्ताओं की लगभग 30 समस्याओं का समाधान संतुति प्रदान की गई। अधिकारियों द्वारा बताया गया कि एक मुश्त समाधान योजना पर विचार हेतु सरकार के पास प्रस्ताव भेजा गया है। पुरानी बकाया के लिये बिजली काटने से पूर्व उपभोक्ता को सूचित किया जाएगा तथा आश्वासन दिया कि बिजली की सेवाओं में सुधार जारी है। बैठक बड़े ही सौहार्द्ध वातावरण में सम्पन्न हुई।
टोरन्ट की ओर से ,

प्लास्टिक कैरी बैग के प्रतिबन्ध से हलवाईयों व मिठाई विक्रेताओं में भारी रोष

दिनांक 20 जुलाई 2018 को सांय 5 बजे चैम्बर भवन में चैम्बर अध्यक्ष राजीव तिवारी जी की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित की गई। इस आदेश के अनुसार प्लास्टिक कैरी बैग के स्तैमाल, निर्माण, विक्रय, वितरण, स्टोेरेज, आयात या निर्यात पर प्रतिबन्ध लगाने से व्यापारियों में विशेष रूप  से हलवाईयों व मिठाई विक्रेताओं में भारी रोष है क्योंकि यह व्यापार प्लास्टिक कैरी बैग से ही चलाया जा रहा है। प्लास्टिक कैरी बैग के प्रतिबन्ध किये जाने से इस व्यापार को चलाने में विभिन्न प्रकार की व्यवहारिक कठिनाईया आऐगी अतः यह आदेश अव्यवहारिक है।  इस आदेश के अनुसार:-
  1. 50 माईक्रेन से कम मोटाई का प्लास्टिक कैरी बैग को प्रतिबन्धित कर दिया है तथा 50 माइक्राॅन से अधिक मोटाई  के कैरी बैग पर निर्माता कंपनी का नाम,

चैम्बर का प्रतिनिधिमण्डल मिला श्रम नियोजन एवं समन्वय मंत्री श्री स्वामी प्रसाद मौर्य से

दिनांक 10-7-2018 को आगरा आगमन पर उत्तर प्रदेश सरकार के श्रम, नियोजन एवं समन्वय मंत्री श्री स्वामी प्रसाद मौर्य जी से चैम्बर को प्रतिनिधिमण्डल द्वारा सर्किट हाउस में एक बैठक की गयी। प्रदेश सरकार द्वारा मजूदरी संदाय अधिनियम 1936 की धारा 6 में व न्यूनतम मजदूरी (उ0प्र0 संशोधन) अधिनियम 2017 की धारा 11(1) में संशोधन किया गया है। जिसके द्वारा अब नियोक्ता मजदूरी का भुगतान बैंक चैक या एनईएफटी या ईसीएसएस के माध्यम से कर्मचारियों के बैंक खातों में ही करेगा।
श्रमिकों को भुगतान करने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा जारी नवीन/आदेश की अव्यवहारिकताओं के समबन्ध में चैम्बर के प्रतिनिधिमंडल द्वारा ध्यान आकर्षित किया गया कि बहुत बड़ी संख्या में कर्मचारियों द्वारा बैंकों में खाते नहीं खुलवाये गये है,

व्यापारियों, उद्यमियों की व्यथा को सुना केन्द्रीय श्रमराज्य मंत्री संतोष गंगवार ने

केन्द्रीय श्रम राज्य मंत्री श्री संतोष गंगवार आज आगरा आए और चैम्बर के पूर्व अध्यक्ष अमर मित्तल के निवास पर पहुंचे। उनके साथ भाजपा नेता पुषोत्तम खण्डेलवाल एवं शहर अध्यक्ष विजय शिवहरे आदि थे।

स्वागत के बाद अपने उद्बोधन में अमर मित्तल ने मंत्री महोदय से कहा कि इस वक्त उद्यमी एवं व्यापारी बहुत त्रस्त है और अधिकारियों द्वारा जबरदस्त उत्पीड़न किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि श्रम संबधित काले कानून में सभी को हिला कर रख दिया है और इस कानून के प्रति सभी में गहरा रोष व्याप्त हैं सभी ने एक स्वर से इस कानून को वापिस लेने की मांग की तथा व्यापारियों की समस्याओं को सुनने के लिए एक समिति गठित करने का अनुरोध किया। इस पर मंत्री महोदय ने कहा कि यह उ0प्र0 सरकार का निर्णय है और दिल्ली पहुंचते ही वे मुख्यमंत्री से बात कर कोई न कोई हल निकालेंगे।

उद्यमी प्रमोद गर्ग ने जीएसटी अधिकारियों द्वारा किये जा रहे उत्पीड़न के संबध में बताया कि इस वक्त अधिकारी जबरदस्त रिश्वत खा रहे है और परेशान कर रहे है तथा दो-दो विभाग के सर्वे के आदेश ने आग में घी का काम किया है।

पूर्व अध्यक्ष सीताराम अग्रवाल ने आगरा में बैराज को जल्द से जल्द बनवाने की मांग की। मंत्री महोदय ने कहा आगरा में बैराज बनकर रहेगा। उन्होंने कहा कि उद्यमियों,

आयुक्त सीजीएसटी ने दिया आश्वासन, नहीं होगा व्यापारियों का उत्पीड़न

चैम्बर के कार्यवाहक अध्यक्ष मुरारी लाल गोयल एवं जीएसटी प्रकोष्ठ के चेयरमैन अमर मित्तल तथा जीएसटी तकनीकी जागरूकता प्रकोष्ठ के चेयरमैन आलोक फरसैया की संयुक्त अध्यक्षता में चैम्बर एवं आगरा के विभिन्न व्यापारिक संगठनों के प्रतिनिधयों का प्रतिनिधि मण्डल आयुक्त सीजीएसटी से उनके कार्यालय पर मिला। ज्ञातव्य है कि सीजीएसटी आयुक्त महोदय श्री राम चन्द्र सांखला जी द्वारा 1/4-6-2018 को एक पब्लिक नोटिस जारी किया था जिसमें अतिरिक्त/संयुक्त/उपायुक्त/सहायक आयुक्तों को अधीनस्थ अधिकारियों को व्यापारिक स्थलों पर निरीक्षण हेतु अधिकृत किया गया था। जिसमें निरीक्षण किये जाने के बाद भी अनुमति लेने का प्रावधान था। इससे व्यापारियों को उत्पीड़न की शंका उत्पन्न हो रही थी। इसी के फलस्वरूप आज उपरोक्त प्रतिनिधिमण्डल सीजीएसटी आयुक्त महोदय से उनके कार्यालय में मिला जिसमें एक ज्ञापन उन्हें सौंपा गया।

प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त महोदय से पक्ष रखते हुए कहा कि निरीक्षण की अनुमति देने के लिए केवल संयुक्त आयुक्त या उच्चस्तर के अधिकारी को ही अधिकृत किया जाना चाहिए तथा व्यापरिक स्थलों पर निरीक्षण के लिए अधिकारियों को संयुक्त आयुक्त या उच्च स्तर के आयुक्त से पूर्व की अनुमति लेकर ही जाना चाहिए। बाद में अनुमति लेने का प्रावधान नहीं हो चाहिए। अन्यथा व्यापारियों का उत्पीड़न होने की सम्भावना है।

आयुक्त महोदय ने व्यापारियों की परेशानी को बड़े ही गौर से सुना और समझा तथा बड़े ही सौहार्द्धपूर्ण वातावरण में वार्ता हुई तथा आयुक्त महोदय ने आश्वासन दिया कि व्यापारियों के उत्पीड़न की उनके विभाग की कोई मंशा नहीं है। जनसूचना में संशोधन करते हुए आश्वासन दिया कि व्यापारियों का कोई उत्पीड़न नहीं होगा। अनावश्यक रूप से कोई भी निरीक्षण नहीं किया जाएगा। केवल ऐसे व्यापारियों जो रिटर्न दाखिल नहीं कर रहे हैं। उन्हीं पर कार्यवाही केन्द्रित होगी। कोई अधिकारी संयुक्त आयुक्त या उच्च स्तर के अधिकारी से ही पूर्व अनुमति लेकर ही व्यापारिक स्थल पर निरीक्षण के लिए जायेगा।

  • उत्पीड़न की कोई मंशा नहीं,