- दक्षिणांचल एवं टोरेंट पावर ने उपभोक्ताओं का शोषण करने का निकाला नया तरीका।
- 30 से 50 वर्ष पुराने बकाया के नोटिस भेजे जा रहे हैं दक्षिणांचल द्वारा जिनका वर्तमान उपभोक्ता से कोई लेना देना नहीं।
- वर्तमान कनेक्शनधारी जमा कर रहे हैं बिल राशि नियमित रूप से।
- उपभोक्ता कहां से लगाएं पता पुराने बकायेदार का।
- बकाया के कनेक्शनधारी को नहीं जानता है वर्तमान कनेक्शनधारी ।
- जिलाधिकारी एवं मंडलायुक्त महोदय से जनता लगा रही है पुकार।
- छोटे बड़े सभी परेशान
- लाखों की बकाया रकम की की जा रही है मांग।
- बकाया पैसा जमा नहीं किया तो काट दिया जायेगा कनेक्शन ।
दिनांक 20 दिसम्बर, 2024 को दोपहर 01 बजे चैम्बर भवन में विद्युत प्रकोष्ठ की एक बैठक चैम्बर अध्यक्ष अतुल कुमार गुप्ता की अध्यक्षता में आयोजित की गई।
अध्यक्ष अतुल कुमार गुप्ता ने कहा कि दक्षिणांचल एवं टोरेन्ट पावर द्वारा मिलीभगत से उपभोक्ताओं का शोषण करने का नया तरीका निकाल लिया गया है। 30 वर्ष से 50 वर्ष के पुराने दक्षिणांचल की बकाया राशि के लिए वर्तमान उपभोक्ताओं को नोटिस भेजा जा रहा है। जबकि पुराने उपभोक्ता से वर्तमान उपभोक्ता का न तो कोई संबंध है और न कोई उसकी जानकारी है। अधिकांश पुराने कनेक्शनधारी /उपभोक्ता तो जीवित ही नहीं होंगे। उनकी जानकारी कहां से प्राप्त की जा सकती है। इस प्रकार नोटिस भेजकर दबाव बनाना विद्युत उपभोक्ताओं के साथ सरासर घोर अन्याय है।
विद्युत प्रकोष्ठ के चेयरमैन संजय कुमार गोयल ने कहा कि उपभोक्ता नियमित रूप से अपने बिल का भुगतान कर रहा है। जो बकाया राशि पूर्व में पुराने उपभोक्ता की थी जिसका आज कोई अता पता नहीं है। उस बकाया राशि को वर्तमान उपभोक्ता क्यों जमा करें? यह समझ से परे है। और उसका दंड नवीन कनेक्शनधारी को कनेक्शन काटकर देना – कहां का न्याय है?
विद्युत प्रकोष्ठ के कोचेयरमैन अनुराग गुप्ता ने बताया कि नोटिस में स्पष्ट रूप से लिखा है कि कनेक्शन धारक का संयोजन पर बकाया राशि है जबकि वर्तमान उपभोक्ता का वह कनेक्शन संख्या है ही नहीं। उसके एवज में पैसा जमा करना तकनीकी कारणों से भी नहीं बनता है। क्योंकि जिस कनेक्शन धारक पर बकाया है उसीको पैसा जमा करना है। अतः यह जनता से साथ बहुत बड़ा अन्याय है।
उपाध्यक्ष मनोज कुमार गुप्ता ने बताया कि विद्युत्इ के पुराने बकाया राशि में छोटे बड़े सभी वर्ग के व्यक्ति जुड़े हुए है। पुराना बकाया जो दूसरे कनेक्शनधारी के नाम है, को देने में पूरी तरह से असमर्थ हैं। उनके कनेक्शन काटने से उनका जनजीवन बुरी तरह प्रभावित होगा।
चैम्बर अध्यक्ष अतुल कुमार गुप्ता ने कहा कि यदि दक्षिणांचल और टोरेंट पावर द्वारा विद्युत्इ उपभोक्ताओं का शोषण करने के इस गलत तरीके को तत्काल बन्द नहीं किया तो जन आक्रोष फूट पड़ेगा। अतः जिलाधिकारी महोदय एवं मंडलायुक्त महोदया से अपील है कि विद्युत वितरण कंपनियों के इस गलत रवैये पर सख्त कार्यवाही करें।
बैठक में अध्यक्ष अतुल कुमार गुप्ता, उपाध्यक्ष मनोज कुमार गुप्ता, उपाध्यक्ष अम्बा प्रसाद गुप्ता, कोषाध्यक्ष नितेश अग्रवाल, विद्युत प्रकोष्ठ के चेयरमैन संजय कुमार गोयल, पूर्व अध्यक्ष सीता राम अग्रवाल, अनिल अग्रवाल,अमित जैन, विवेक मित्तल आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।