- गृहकर में करदाताओं का नहीं होगा उत्पीड़न।
- गलत बिलों को किया जायेगा सही।
- अधिनियम के अनुसार नियमावली में है विसंगतियां – अधिवक्ता के. सी. जैन।
- गलत बिल बनाने वाले अधिकारी की हो जवाबदेही – चैम्बर ने की मांग।
दिनांक 25 मई, 2023 को सायं 5 बजे चैम्बर भवन में स्मार्ट सिटी एवं औद्योगिक विकास प्रकोष्ठ की एक संयुक्त बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में नगर निगम के जोनल कर अधिकारी विजय कुमार एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक का संचालन स्मार्ट सिटी प्रकोष्ठ के चेयरमैन के. सी. जैन एवं औद्योगिक विकास प्रकोष्ठ चेयरमैन पूर्व अध्यक्ष मुकेश अग्रवाल द्वारा किया गया। नगर निगम प्रकोष्ठ के चेयरमैन डा. बब्बू साहनी ने नगर निगम के अधिकारियों का परिचय एवं स्वागत अभिनन्दन किया।
अध्यक्ष राजेश गोयल ने बताया कि स्मार्ट सिटी के तहत जो स्थाई विकासों के किये जाने से कठिनाईयां आ रही हैं। उसमें उद्योगों की गतिविधियां बाधित न हो। इस प्रकार का समन्वय स्थापित करने के लिए इस बैठक का आयोजन किया गया है। स्मार्ट सिटी प्रकोष्ठ के चेयरमैन अधिवक्ता के. सी. जैन ने कहा कि गृहकर अधिनियम के अनुसार नियमावली 2014 में विभिन्न प्रकार की विसंगतियां हैं। जिससे गृहकर के भुगतान करने में कठिनाई आ रही है।
पूर्व अध्यक्ष अनिल वर्मा ने कहा कि अधिकांश बिल गलत होने पर करदाता के स्थान पर नगर निगम के अधिकारियों द्वारा ही बिल सही करके भेजे जाने चाहिए और गलत बिल बनाने वाले अधिकारी की जवाबदेही तय होनी चाहिये।
सरकारी एजेंसियों द्वारा विकसित कालोनियों व औद्योगिक क्षेत्रों में निर्धारित सड़क की चौड़ाई से गृहकर के नोटिस में सड़क की चौड़ाई अधिक दर्षायी जा रही है। इसी प्रकार औद्योगिक पुराने व नवीन भवनों पर गृहकर की एक ही दर होना, खुले स्थान पर कर में छूट न देना आदि विसंगतियों की ओर अधिकारियों का ध्यान आकर्शित किया गया। इस पर जोनल अधिकारी ने नियम में सड़क की चौड़ाई दीवार से दीवार लेने का नियम बताया।
एफमैक के अध्यक्ष पूरन डाबर ने कहा कि जिस क्षेत्र को निगम को हैंडओवर नहीं किया गया है और उस क्षेत्र में कोई विकास कार्य नहीं हुआ है, वहां गृहकर नहीं लगना चाहिए। इस पर जोनल अधिकारी ने बताया कि निगम की सीमा में क्षेत्र के आते ही गृहकर लागू होने का नियम है।
बैठक बहुत ही सौहार्द्रपूर्ण वातावरण में सम्पन्न हुई। जोनल कर अधिकारी विजय कुमार ने वचन दिया कि किसी भी गलत बिल को बिना किसी उत्पीड़न के सही किया जायेगा।
चैम्बर अध्यक्ष राजेष गोयल ने कहा कि नियमों में विसंगतियों के लिए न्यायिक कार्यवाही की जायेगी और षासनस्तर पर समन्वय किया जायेगा।
बैठक में अध्यक्ष राजेश गोयल, उपाध्यक्ष अनिल अग्रवाल, उपाध्यक्ष मनोज बंसल, स्मार्ट सिटी प्रकोष्ठ के चेयरमैन के. सी. जैन, औद्योगिक विकास प्रकोष्ठ चेयरमैन पूर्व अध्यक्ष मुकेश अग्रवाल, नगर निगम प्रकोष्ठ के चेयरमैन डा. बब्बू सहानी, पूर्वअध्यक्ष शान्ति स्वरुप गोयल, सीताराम अग्रवाल, अमर मित्तल, अनिल वर्मा, अतुल कुमार गुप्ता, राजीव अग्रवाल, एफमैक के अध्यक्ष पूरन डाबर, सदस्यों में संजय गर्ग, हरीश सुन्दरानी, विजय कुमार, दिनेश कुमार जैन, मुकेश जैन आदि मुख्य रुप से उपस्थित थे।