MEETING HON’BLE MINISTER FOR URBAN DEVELOPMENT, UP. GOVERNMENT

  • शहरी विकास मंत्री से चैम्बर ने की शिष्टाचार भेंट।
  • भूखंड फ्री-होल्ड किये जाने एवं गृहकर की विसंगतियों के संबंध में उठाए मुद्दे।
  • प्रस्तावित भारतीय उद्योग एवं व्यापार सम्मेलन के लिए किया आमंत्रित।
  • औद्योगिक सम्मेलन में ’पुरातन सामर्थ्य के साथ नया भारत’ का हो व्यापक प्रचार-प्रसार, एवं
  • ओडीओपी को दिया जाये अधिकाधिक प्रोत्साहन – शहरी विकास मंत्री ए. के. शर्मा।

दिनांक 27 मई, 2023 को होटल पी. एल. पैलेस, संजय प्लेस, आगरा में दोपहर के भोज के साथ उत्तर प्रदेश शहरी विकास मंत्री ए. के. शर्मा से चैम्बर अध्यक्ष राजेश गोयल, पूर्वअध्यक्ष सीताराम अग्रवाल एवं लघु उद्योग भारती के प्रदेश सचिव मनीष अग्रवाल द्वारा एक शिष्टाचार भेंट की गई। आगरा आगमन पर उनका स्वागत एवं अभिनंदन किया। इस शिष्टाचार भेंट के दौरान होटल के स्वामी पी. एल. शर्मा भी उपस्थित थे।

चैम्बर अध्यक्ष राजेश गोयल ने उनका ध्यान आकर्षित किया कि आगरा में औद्योगिक विकास के लिए औद्योगिक भूखंडों को फ्री होल्ड किया जाना बहुत जरूरी है। जिससे बीच की समस्यायें समाप्त हो, औद्योगिक विकास को गति मिले और इससे सरकार को भी राजस्व की प्राप्ति होगी। पूर्वअध्यक्ष सीताराम अग्रवाल ने कहा कि गृहकर अधिनियम के अनुसार नियमावली 2014 में विभिन्न प्रकार की विसंगतियां हैं। जिससे औद्योगिक एवं व्यावसायिक भवनों पर कर का आंकलन करदाताओं के अनुसार सही नहीं हो पा रहा है। करदाताओं को विसंगतियों के कारण परेशानी हो रही है। निगम को राजस्व की प्राप्ति समुचित रुप से नहीं हो रही है। हम चाहते हैं कि निगम की आय में वृद्धि हो जिससे विकास कार्यों में गति आये। इस हेतु नियमावली की विसंगतियों को दूर करते हुए कर के दायरे को बढ़ाया जाये। माननीय मंत्री महोदय ने इन दोनों विशयों पर गम्भीरतापूर्वक विचार करते हुए षीघ्र सकारात्मक कार्यवाही करने का आश्वासन दिया।

चैम्बर अध्यक्ष राजेश गोयल एवं लघु उद्योग भारती के प्रदेश सचिव मनीष अग्रवाल ने 16 जून से आगरा में प्रस्तावित भारतीय उद्योग एवं व्यापार सम्मेलन में विषिश्ठ अतिथि के रूप में उन्हें आमंत्रित किया। साथ ही सम्मेलन का पोस्टर प्रदान किया। मंत्री महोदय ने आमंत्रण को स्वीकार करते हुए सम्मेलन में आने के लिए आश्वासन दिया और जोर दिया कि सम्मेलन के लिए ’’पुरातन सामर्थ्य के साथ नया भारत’’ का प्रमुख रूप से व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाये

और ओडीओपी को अधिकाधिक प्रोत्साहन दिया जाए।