- नेशनल चैम्बर – ’’सकारात्मक कार्यस्थल कैसे बनाये’’ कार्यक्रम का किया आयोजन।
- नियोक्ता और कर्मचारी के मध्य सकारात्मक दृश्टिकोण से बढता है उद्योग एवं व्यापार।
- सामाजिक सुरक्षा बढ़ाती है कर्तव्यनिश्ठता।
- किसी असफलता में कमी के लिए उत्तरदायित्व माना जाये पूरी टीम का।
- कार्यस्थल पर हो स्वस्थ प्रतिद्वन्दता।
- जिसकी उपलब्धि हो उसे ही मिले श्रेय।
- बड़ी दुर्घटनाओं के लिए जिम्मेदार है-नकारात्क वातावरण।
- जाति, लिंग के भेदभाव से हटकर प्रतिभा को मिले सम्मान।
- शीर्ष नेतृत्व का समान व्यवहार उत्पन्न करता है सकारात्मक दृश्टिकोण।
दिनांक 14 अक्टूबर,