- फर्जी शिकायत पर कारखानों में न करें मेरी
- निरीक्षण से पूर्व चेंबर को करें सूचित
- कर्मचारी पीएफ अंशदान कटाने को नहीं है तैयार
- दोनों अंशदान नियोक्ताओं के लिए भारी
- नैतिक दायित्व समझ कर करें वैधानिक अनुपालन
- कर्मचारी के जीवन में नामांकन प्रपत्र का है बहुत बड़ा रोल
- 20 कर्मचारी होने पर भविष्य निधि का प्रावधान होता है लागू
- 60 साल से अधिक आयु होने पर कर्मचारी का अंशदान रहेगा जारी किंतु अंशदान जमा नहीं होगा पेंशन फंड में
दिनांक 1 जून 2023 को शाम 5:30 बजे चेंबर भवन में चेंबर अध्यक्ष राजेश गोयल की अध्यक्षता में कर्मचारी भविष्य निधि संगठन आगरा के प्रवर्तन अधिकारी दयानिधि एवं मनोरंजन के साथ एक बैठक हुई। बैठक में दोनों प्रवर्तन अधिकारियों द्वारा कर्मचारी भविष्य निधि के संबंध में वैधानिक अनुपालन को नैतिक दायित्व से जोड़कर जानकारी प्रदान की गयी।
चेंबर अध्यक्ष राजेश गोयल ने कहा कि फर्जी शिकायत मिलने पर कारखानों में एकाएक निरीक्षण नहीं किया जाए। शिकायत के संबंध में चेंबर को सूचित किया जाए। चेंबर विभाग का सहयोग करने के लिए तत्पर है। श्रम कल्याण प्रकोष्ठ के चेयरमैन श्री किशन गोयल ने कहा कि ट्रेड यूनियन के नेताओं द्वारा निजी स्वार्थ के कारण प्राय झूठी शिकायत की जाती है और उस झूठी शिकायत का संज्ञान लेकर कारखानों में निरीक्षण के नाम पर उत्पीड़न किया जाता है। अतः जब तक कोई ठोस साक्ष्य न हो तब तक निरीक्षण किया जाए। छोटे बड़ी मुश्किल से चलाये जा रहे हैं। भारी विषम परिस्थियों में उद्योगों चलाते हुए सरकार को राजस्व देने के साथ साथ सैकड़ों परिवारों का पेट पालन करता है। अतः छोटे छोटे उद्यमियों को अनावश्यक परेशां न किया जाये। अधिवक्ता अनिल अग्रवाल ने बताया कि कर्मचारी भविष्य निधि में अंशदान की दर काफी अधिक है। इस कारण कर्मचारी को अपनी मासिक वेतन में से अंशदान कटाने में परेशानी होती है। अतः अंशदान की दर कम की जाए। इससे कर्मचारी एवं नियोक्ता दोनों को आसानी होगी और वैधानिक अनुपालन भी अधिक होगा। चैम्बर इस संबंध में सरकार को सुझाव भेजेगा। दोनों प्रवर्तन अधिकारियों द्वारा नामांकन प्रपत्र के महत्व को समझाया गया और बताया कि आपके कर्मचारी के लिए सामाजिक सुरक्षा हेतु वैधानिक अनुपालन बहुत ही जरुरी है।
बैठक में अध्यक्ष राजेश गोयल, उपाध्यक्ष अनिल अग्रवाल, उपाध्यक्ष मनोज बंसल, कोशाध्यक्ष योगेश जिन्दल, श्रम कल्याण प्रकोष्ठ के चेयरमैन एवं पूर्व अध्यक्ष श्रीकिशन गोयल, पूर्वअध्यक्ष शान्ति स्वरुप गोयल, सीताराम अग्रवाल, पी. के. वार्ष्णेय, महेन्द्र कुमार सिंघल, नरेन्द्र सिंह, शलभ श'\र्मा, सदस्यों में रवीन्द्र अग्रवाल, अनिल गोयल, अभिनव रस्तोगी, अनिल अग्रवाल, नीतेष अग्रवाल, वीरेन्द्र कुमार गुप्ता, मनोज कुमार गुप्ता, नीरज अग्रवाल, मयंक मित्तल, के. सी. जैन, राहुल जैन, दिनेश कुमार जैन, प्रदीप वासन, विष्णु कुमार गर्ग, रितेश गोयल, अषोक गुप्ता, अषोक गोयल, पीयूष अग्रवाल, राजेश अग्रवाल, अवनीश शिरोमणि, मुरारी लाल गोयल, विजय बंसल, नारायण बहरानी, सुनील अग्रवाल, संजीव कुमार गुप्ता, अनूप गोयल, राजीव अग्रवाल आदि मुख्य रुप से उपस्थित थे।