उत्तर प्रदेश में डिफेन्स प्रोडक्शन कोरीडोर की स्थापना पर कार्यक्रम का आयोजन

दिनांक 8 मई 2018 को स्थान-होटल क्लार्क शिराज, ताज रोड, आगरा में रक्षा उत्पादन विभाग, रक्षा मंत्रालय भारत सरकार, इण्डियन इण्डस्ट्रीज एसोसियेशन, लघु उद्योग भारती एवं उद्योग बन्धु उत्तर प्रदेश द्वारा डिफेन्स प्रोडक्शन कोरीडोर की स्थापना के लिये- ‘‘इण्डस्ट्री इन्टरक्शनः डिफेन्स कोरिडोर इन उत्तर प्रदेश’’ नामक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें,  नेशनल चैम्बर आॅफ इण्डस्ट्रीज एण्ड काॅमर्स, यूपी, आगरा द्वारा विशेष सहयोग दिया गया।
  • उत्तर प्रदेश में अपार संभावनाऐं।
  • उत्तर प्रदेश भूमि, मानव शक्ति एवं मूलभूत सुविधाओं के उपलब्ध होने से है उपयुक्त।
  • आगरा हर प्रकार से मुफीद।
  • बाकी है इच्छा शक्ति।
  • रक्षा उद्योग को मार्केट दिया जाना है प्रस्तावित।
  • प्लाण्ट एवं मशीनरी के दो करोड़ तक के व्यय में 50 हजार की छूट।
  • इटीपी लगाने में 20 प्रतिशत की छूट।
  • संतोष कुमार यादव, सचिव यूपीआईआईडी
  • आर्मी की बेवसाइट पर अपना उत्पाद डाल सकते है।
  • रक्षा मंत्रालय के लिए यह सोचकर करें उत्पादन कि अधिक उत्पादन को करना होगा निर्यात।
  • आयकर अधिनियम की धारा 80आईसी में रक्षा उत्पादन हेतु मिले 5 वर्ष तक टैक्स इनसेन्टिव – नेशनल चैम्बर
अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास उत्तर प्रदेश, सरकार के सचिव श्री संतोष कुमार यादव ने उत्तर प्रदेश में निवेश करने हेतु सरकार द्वारा दी जा रही  सुविधाओं की जानकारी प्रदान की। बताया गया कि फरवरी माह में यूपी इन्वेस्टर समिट के दौरान माननीय प्रधानमंत्री महोदय ने मेक इन इण्डिया योजना के अन्तर्गत उत्तर प्रदेश में डिफेन्स कोरिडेार स्थापना की घोषणा की थी। माननीय प्रधानमंत्री महोदय ने उत्तर प्रदेश को इसके लिए उपयुक्त माना क्योंकि उत्तर प्रदेश में कार्य क्षमता, भूमि व अन्य संशाधन पर्याप्त रूप से स्थापित हैं। अतः उन्हें चैनलाईज्ड करने की आवश्यकता है। इस प्रकार उत्तर प्रदेश में डिफेन्स कोरिडोर आसानी स्थापित हो सकेगा। उत्तर प्रदेश डिफेन्स कोरिडोर की स्थापना हेतु सरकार द्वारा 20 हजार करोड़ राशि की घोषणा की गई। उत्तर प्रदेश में डिफेन्स इण्डस्ट्री को मार्केट देने वाले है।
उत्तर प्रदेश में बुन्देलखण्ड क्षेत्र को इसलिए चयनित किया गया है क्योंकि वहां पर भूमि सस्ती दर पर उपलब्ध है और सूर्य की रोशनी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। बुदेलखण्ड योजना के अन्तर्गत एक बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे प्रस्तावित है।
आगरा शहर में पूर्व से ही आगरा लखनऊ एवं यमुना एक्सप्रैस-वे उपलब्ध है। शिक्षा के क्षेत्र में हब के रूप में विकसित है एवं अन्य संसाधनों के दृष्टि से भी आगरा डिफेन्स कोरिडोर की स्थापना में विशेष भूमिका निभाने में उपयोगी है।
मंच पर उत्तर प्रदेश सरकार के ईडी-उद्योग बन्धु, संतोष कुमार यादव, विशेष सचिव उद्योग अंकित अग्रवाल, रक्षा उत्पादन विभाग से ग्रुप कैप्टन, एफमैक के अध्यक्ष पूरन डाबर, सीएस चावला, मण्डलायुक्त, आगरा के राममोहन राव, जिलाधिकारी गौरव दयाल जी, आर माधवन, ईडीएसी एचएएल, चैम्बर अध्यक्ष राजीव तिवारी, आईआईए के मण्डलाध्यक्ष अमर मित्तल, आगरा चैप्टर अध्यक्ष सुनील सिंघल, प्रहलाद अग्रवाल, अध्यक्ष एटीडब्लूसी, पूर्व अध्यक्ष राजेश गोयल, एमओसी नेशनल चैम्बर के पूर्व अध्यक्ष मनीष अग्रवाल, लघु उद्योग भारती के स्टेट प्रेसिडेन्ट राकेश गर्ग, आईआईए के उपाध्यक्ष पंकज गुप्ता मौजूद थे।
पैनल डिस्कसन में श्री मंयक द्विवेदी, सीनियर साइटिस्ट, आर्मी,नेवी,एयरफोर्स, ओएफबी, एचएएल, बीईएमएल एवं बीईएल के प्रतिनिधि भी सम्मलित थे।
कार्यक्रम में रक्षा मंत्रालय द्वारा अपनी आवश्यकताओं के संबध में विस्तृत जानकारी प्रदान की गई और सरकार द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में विभिन्न जानकारियां प्रदान की गई।
चैम्बर अध्यक्ष श्री राजीव तिवारी जी ने कहा कि इस प्रकार  का  कार्यक्रम पुनः किया जाना आवश्यक है क्योंकि एक बार में बहुत सी बातें स्पष्ट नहीं हुई है। इसलिए इस कार्यक्रम का पुनः आयोजन किया जाएगा। अध्यक्ष महोदय ने मण्डलायुक्त एवं जिलाधिकारी महोदय से यह अनुरोध किया कि आगरा में ताज संरक्षित क्षेत्र में उद्योगों के नवीन वर्गीकरण के कारण लगे एडहोक मोरेटोरियम को हटाया जाए। मण्डलायुक्त महोदय ने सकारात्मक कार्यवाही का आश्वासन दिया।
प्रश्न उत्तर काल में एक उद्यमी द्वारा यह सुझाव भी दिया गया कि आगरा में ताज संरक्षित क्षेत्र होने के कारण प्रदुषण विभाग से सहमति प्राप्त करने में कठिनाई होती है। अतः नीति निर्धारण में ताज संरक्षित क्षेत्र के लिए इस बात का ध्यान रखा जाए।
स्थानीय अधिकारियों में उपायुक्त उद्योग श्रीमती अंजू रानी, वीरेन्द्र कुमार डीसी हाथरस, कार्यक्रम में उपस्थित चैम्बर के उपाध्यक्ष मुरारी लाल गोयल, चैम्बर के पूर्व अध्यक्ष के.के. पालीवाल, सत्य प्रकाश फरसैया, प्रदीप कुमार वाष्र्णेय, योगेन्द्र सिंघल, अनिल वर्मा, प्रमोद कुमार अग्रवाल, अतुल गुप्ता, भुवेश अग्रवाल, नरिन्दर सिंह, पूर्व उपाध्यक्ष राजीव अग्रवाल, सदस्यों मनोज बंसल, विश्नु भगवान अग्रवाल, चन्द्र प्रकाश, संजय गोयल, कैप्टेन ए.एस. राना, अनुराग अग्रवाल, अंशुल कौशल, राजेन्द्र गर्ग, के.एन. खन्ना आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।