आगरा के उद्योगों को बढ़ावा: तमिलनाडू में निवेश के अवसर

तमिलनाडू में आगरा के उद्योगों के विस्तार पर परिचर्चा।
आगरा तदर्थ रोक के कारण तमिलनाडू में औद्योगिक विस्तार का अच्छा अवसर – चैम्बर अध्यक्ष।
आगरा से चेन्नई के लिए प्रारम्भ हो उड़ान, तभी होगा आगरा का औद्योगिक विकास सम्भव – चैम्बर अध्यक्ष

21 दिसम्बर, 2018 को नेशनल चैम्बर के सहयोग से CII, Western U.P. द्वारा होटल रैडिसन ब्लू, आगरा में ”Investment Opportunities for MSMEs in Tamil Nadu” विषय पर एक सैमिनार का आयोजन किया गया। इस सैमिनार में तमिलनाडू सरकार के प्रमुख सचिव एवं उद्योग व वाणिज्य के आयुक्त व निदेशक डाॅ0 राजेन्द्र कुमार, तमिलनाडू सरकार के उद्योग निदेशालय से अपरायुक्त श्री टी.पी. राजेश, अपर निदेशक (जिला उद्योग केन्द), श्री आर. एक्मबरम, अपरनिदेशक(आरपी) श्री पी जगदीश द्वारा तमिलनाडू सरकार की विभिन्न योजनाओं पर प्रकाश डाला गया।

सैमिनार का स्वागत उदबोधन व संचालन चैम्बर अध्यक्ष राजीव तिवारी जी द्वारा किया गया। तमिलनाडू सरकार के प्रमुख सचिव डाॅ0 राजेन्द्र कुमार, आईएएस ने बताया कि तमिलनाडू में चर्म एवं पादुका उद्योग किस प्रकार कार्य कर रहा है और आगरा का चर्म एवं पादुका उद्योग एवं तमिलनाडू का चर्म एवं पादुका दोनों उद्योग मिलकर किस प्रकार औद्योगिक विकास में क्रांति ला सकते हैं। तमिलनाडू में उद्योगों को दी जा रही सुविधाओं के संबध में जानकारी देते हुए बताया कि वहां पर सिंगल विंडों सिस्टम के अन्तर्गत 58 प्रकार की स्वीकृतियां आॅनलाइन की हुई हैं। सभी स्वीकृतियों के लिये अलग-अलग समय(7 से 30 दिन) निर्धारित किया गया है। तथा जिससे उद्यमियों का उत्पीड़न न हो। समय के अन्तर्गत ही अधिकारी को उद्योग के लिये स्वीकृति प्रदान किये जाने का उत्तदायित्व दिया हुआ है। यदि उस समयावधि में स्वीकृति प्रदान नहीं की जाती है तो उस अधिकारी से जबाब तलब किया जाता है और गलत पाये जाने पर उसे दण्डित किये जाने का भी प्रावधान है जिसमें 25 हजार रूपये तक का जुर्माना किया जा सकता है।

नया उद्यम प्रारम्भ करने के लिये तामिलनाडू ईको सिस्टम बनाया गया है इस हेतु आईआईटी मद्रास में 12 लाख वर्ग फीट का कैंपस बनाया गया है जिसमें वित्त स्वीकृत कराने, मार्केटिंग, उद्यमिता, विभिन्न प्रकार के प्रोत्साहन, छूटों, निवेश एवं फंडिंग आदि के लिए सहयोग प्रदान किया जाता है। तमिलनाडू शिक्षा के क्षेत्र में भी अग्रणी है। लगभग 5000 इंजीनियरिंग संस्थाऐं संचालित है। पर्याप्त संख्या मंें कुशल जनशक्ति उपलब्ध है। केवल दो ही जगह डिफेन्स कोरिडोर हैं। तामिलनाडू में डिफेन्स कोरिडोर पूर्व से ही है तथा उत्तर प्रदेश में दूसरा कोरिडोर बनने के लिए जा रहा है। दोनों राज्य मिलकर औद्योगिक विकास में महाक्रांति ला सकते हैं। आगरा के उद्योग अपने उद्योग का विस्तार तमिलनाडू में आसानी से कर सकते हैं। तमिलनाडू सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा प्रतिभागियों को आमंत्रित किया कि वे 23-24 जनवरी को चेन्नई में आयोजित तमिलनाडू ग्लोबल इन्वेस्टर मीट 2019 में भाग लेकर वहां परिस्थितियों से अवगत हों।

चैम्बर अध्यक्ष राजीव तिवारी जी ने प्रतिभागियों को बताया कि इस सैमिनार में तमिलनाडू सरकार से वरिष्ठ अधिकारियों का पैनल आया हुआ है आप उनसे व्यक्तिगत रूप से जानकारी हासिल कर सकते हैं। इसके अलावा आप 23-24 जनवरी को चेन्नई में आयोजित तमिलनाडू ग्लोबल इन्वेस्टर मीट 2019 में भाग लें ताकि वहां की भौगोलिक परिस्थितियों व व्यवस्थाओं से भलीभांति अवगत हो सकें। अध्यक्ष महोदय ने बताया कि आगरा में तदर्थ रोक लगी होने के कारण औद्योगिक विस्तार में कठिनाई आ रही है अतः औद्योगिक विकास के लिए यह अच्छा अवसर है किन्तु यह तभी सम्भव हो सकेगा जब आगरा से चेन्नई के लिए सीधी उड़ान प्रारम्भ हो।

इस सैमिनार के बाद सभी प्रतिभागियों द्वारा तमिलनाडू सरकार के अधिकारियों के साथ One to One बैठक भी आयोजित की गयी।

बैठक में चैम्बर अध्यक्ष राजीव तिवारी पूर्व अध्यक्ष राजकुमार अग्रवाल सदस्य वीरेन्द्र गुप्ता, राजेन्द्र गर्ग, पीएच डिवारा नीरज गोयल, अरविन्द सिंह तथा सीआईआई की ओर से रोहिन अग्रवाल, राहुल शुक्ला, संतोष वर्गेश आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।